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लखनऊ के इनसाइक्लोपीडिया और अटल के प्रिय रहे पूर्व मेयर डा. दाऊजी गुप्ता का निधन

लखनऊ। लखनऊ के इनसाइक्लोपीडिया और पूर्व मेयर डा. दाऊजी गुप्ता का रविवार को निधन हो गया। वे कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। घर पर रहकर ही इलाज करा रहे थे। एक दिन पहले ही उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। उन्होंने कोरोना के दोनों टीके लगवाए थे। टीके लगवाने के बाद वह संक्रमित हुए थे, लेकिन उसके बाद उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। लेकिन कमजोरी और शुगर का स्तर बढ़ने के कारण रास्ते में ले जाते समय ही उनकी मृत्यु हो गई। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के काफी प्रिय थे हालांकि वह कभी भाजपा में नहीं गए। 

दाऊजी गुप्ता लखनऊ नगर निगम में सबसे अधिक समय तक मेयर रहे। वह वर्ल्ड मेयर कांफ्रेंस के वाईस प्रेजिडेंट और डायरेक्टर भी रह चुके हैं। 1971 में वर्ल्ड मेयर कांफ्रेंस हवाई (अमेरिका) में हुई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए देश भर से तीन मेयर लखनऊ, बंगलोर और मुंबई को चुना था। दाऊजी गुप्ता ने सिर्फ भारत का प्रतिनिधित्व ही नहीं किया बल्कि वे विश्व भर से आए 2000 मेयरों की बैठक के वाईस प्रेजिडेंट और डायरेक्टर भी चुने गए।

कब से कब तक रहे मेयर

दाऊजी गुप्ता अब तक सबसे लम्बे समय के लिए राजधानी लखनऊ के मेयर रहे हैं। वे 5 जुलाई 1971 से 1973 तक, 26 अगस्त 1989 से 20 मई 1992 तक मेयर रहे। इन्ही के कार्यकाल में मेयर पद की नियुक्ति का समय 1 साल से 5 साल हुआ था। दरअसल 1960 से 1973 तक मेयर सिर्फ एक साल के लिए ही चुने जाते थे।

1971 में आयी बाढ़ से निपटने के लिए लखनऊ नगर निगम ने अहम भूमिका निभाई थी। उस दौरान खुद इंदिरा गांधी बतौर प्रधानमंत्री राहत कार्यों का हाल चाल लेने लखनऊ आयी थीं और दाऊजी गुप्ता से जानकारी ली थी।

महापौर संयुक्ता भाटिया ने जताया शोक

लखनऊ के प्रथम नागरिक रहे पूर्व मेयर दाऊ जी गुप्ता का रविवार को निधन हो गया। वर्तमान महापौर संयुक्ता भाटिया ने जानकारी मिलते ही दिवंगत पूर्व मेयर दाऊजी गुप्ता के परिवार को फ़ोन कर पुत्र रत्नेश से बात की और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया, जानकारी प्राप्त की एवं उनके साथ किये कार्यों व अनुभवों को याद करते हुए शोक प्रकट किया। वार्ता के दौरान पुत्र रत्नेश ने महापौर संयुक्ता भाटिया को बताया कि पूर्व मेयर डायबिटिक थे, उनको दोनों वैक्सीनेशन के टीके लग चुके थे, उसके उपरांत उन्हें कोरोना भी हुआ था। वह कोरोना से ठीक भी हो गए थे, परंतु डायबिटिक होने के कारण डायबिटिक अटैक की वजह से वह डायबिटिक कोमा में चले गए थे और रविवार दोपहर 2:45 बजे घर पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली। महापौर ने शोक जताते हुए कहाकि लंबे समय तक स्व. गुप्ता लखनऊ के महापौर रहे, सबसे ज्यादा अनुभवी और आल इंडिया मेयर कॉउन्सिल के उपाध्यक्ष भी रहे। साथ ही अमेरिका में हुई मेयर कॉउन्सिल में उन्होंने भारत के साथ ही लखनऊ नगर निगम का नेतृत्व भी किया था। वर्तमान समय में मुझे हमेशा उनका मार्गदर्शन प्राप्त होता था। उनका जाना लखनऊ के साथ ही मेरी व्यक्तिगत क्षति भी है। महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम परिवार सहित लखनऊ की समस्त जनता की तरफ से उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही महापौर संयुक्ता भाटिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लखनऊ नगर निगम के महापौर रहे दिवंगत दाऊ जी गुप्ता की अंत्येष्टि हेतु भैंसाकुंड अंत्येष्टि स्थल पर पूर्ण प्रोटोकॉल और पूरे सम्मान के साथ करने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने फ्रीडम फाइटर होने के प्रोटोकॉल के तहत सरकारी सलामी की व्यवस्था करने के लिए भी शासन को सूचित करने के लिए निर्देशित किया।

पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष ने जताया शोक

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष एवं पूर्व सभासद दल के नेता मनोहर सिंह ने लखनऊ के पूर्व मेयर डॉ. दाऊजी गुप्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहाकि लखनऊ ने एक अच्छे विद्वान को खो दिया है। वह एक अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता थे। इस विद्वान के निधन से लखनऊ को क्षति हुई है।

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