पेड़ लगाओ, पेड़ लगाओ
जन- जन तक संदेश पहुंचाओ।
प्राणवायु की कमी से,
जीवन को बचाना है।
घर -घर में पेड़ों को पहुंचाना है।
हे मानव इतना क्रूर न बनो,
प्रकृति से तुम प्रेम करो।
गर क्रूर हुई प्रकृति तो,
वीभत्स रूप दिखाएगी।
ऐसा न होने देना है,
प्रकृति से प्रेम बढ़ाना है।
यह संदेशा हमको अब,
घर-घर पहुंचाना है।
डॉ. माधवी (माधव)
सुल्तानपुर ( उत्तर प्रदेश)
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