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विज्ञान फाउंडेशन ने 200 परिवारों को वितरित किया राशन किट

लख़नऊ। विज्ञान फाउंडेशन द्वारा रूरल इंडिया सपोर्टिंग ट्रस्ट के सहयोग से रविवार को मिशन होप कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद लखनऊ की 5 बस्तियों के 200 परिवारों को राशन किट वितरित किया गया। जिसमें करेहटा, रायपुर, विजय खेड़ा, जुग़ौली, गढ़ी कनौरा, चिनहट, तकरोही आदि बस्तियां शामिल थी। राशन वितरण के पूर्व बस्तियों में वॉलिंटियर के माध्यम से सर्वे करवाया गया सर्वे के दौरान एकल महिला अक्षम महिलाएं और श्रमिक महिलाओं को प्राथमिकता दी गई। क्योकि कोविड 19 महामारी के कारण भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों, घरेलू कामगार महिला श्रमिकों, पटरी दुकानदारों का काम छूट गया है जिसके चलते उनको अपना परिवार चलाने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।

वही कुछ ऐसे लोगों को राशन वितरित किया जा रहा है जो मेहनत मजदूरी करने में असमर्थ हैं शारीरिक रूप से अक्षम हैं इन लोगों को राशन जुटाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। राशन वितरण के दौरान विज्ञान फाउंडेशन से संजय सिंह ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दूसरे दौर के चलते प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू की स्थिति बनी हुई है। जिससे बस्ती में गुजर बसर करने वाले मेहनतकश लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। उसके कारण परिवार चलाना काफी मुश्किल हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए विज्ञान फाउंडेशन द्वारा रूरल इंडिया सपोर्टिंग ट्रस्ट के सहयोग से राशन वितरित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि 340 परिवारों को लखनऊ में राशन के माध्यम से सहयोग किया जाएगा यह सहयोग 6 माह तक जारी रहेगा इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक माह 10 किलोग्राम आटा, 10 किलोग्राम चावल, 2 किलोग्राम चना की दाल, 1 पैकेट नमक, 2 किलोग्राम चीनी, 250 ग्राम सोयाबीन, 250 ग्राम चाय, 2 किलोग्राम सोयाबीन आयल, 200 ग्राम मसाला, सेनेटरी नैपकिन और साबुन आदि प्रति परिवार को वितरित किया जा रहा है।

इसी क्रम में राशन वितरण के दौरान रायपुर से घरेलू कामगार महिला सुनीता ने बताया कि उसके परिवार में 3 लड़के दो लड़कियां और पति पत्नी सहित कुल 7 लोगों का परिवार है। बच्चे छोटे हैं पति-पत्नी दोनों काम पर जाते हैं, लॉकडाउन के चलते काम नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण परिवार चलाना काफी मुश्किल हो रहा है। ऐसे में जो राशन आज मिला है इससे हमको काफी मदद मिलेगी और जो पिछले माह राशन दिया गया था उससे हम को काफी मदद मिली भी थी।

इसी क्रम में करेहटा से रामदुलारी ने कहाकि पिछले माह जो राशन यहां से मिला था वह राशन हमारे लिए 1 महीने तक पर्याप्त था क्योंकि मेरे परिवार में मैं अकेली हूं मेरे पति का देहांत 3 वर्ष पहले हो गया था, एक बेटी है जिसकी शादी हो गई है। इसलिए कोई कमाने वाला व्यक्ति मेरे घर में नहीं है मुझे आज जो यह राशन मिला है इससे अगले 1 माह तक मुझे खाने की सामग्री खरीदने नहीं पड़ेगी। राशन वितरण में भीम पाल, भूपेंद्र सिंह, रामरक्षा यादव, जितेंद्र मौर्य,  धीरेंद्र कुमार, धर्मेंद्र, मोहम्मद फराज, सरिता आदि लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।

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