लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में सोमवार को कुलपति प्रो. अनिल कुमार शुक्ला ने उर्दू एवं हिंदी विभाग के समस्त शिक्षकों के साथ बैठक की। बैठक में प्रो. शुक्ला ने विभाग में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों का अवलोकन करते हुए कहाकि विश्वविद्यालय एवं आसपास के क्षेत्रों में यदि कोई व्यक्ति उर्दू एवं हिंदी भाषा को सीखना चाहता है तो विभाग को अपने स्तर पर उसे शिक्षित करने का प्रयास करना चाहिए। उसके लिए विशेष सर्टिफिकेट कोर्स का भी प्रावधान करना चाहिए।
उन्होंने कहाकि दोनों विभागों को अपने शोधार्थियों से प्रगति आख्या मंगवा कर उनके कार्य का निरीक्षण करना चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि एनईपी पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार करते समय नवीन समसामयिक/रोचक विषयों को सम्मिलित किया जाना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों में रचनात्मकता का संचार हो सके। बैठक के अंत में प्रो. शुक्ला ने कहाकि विभाग को अन्य संस्थानों से अलग कोई ऐसी विशेषता/ विद्या विकसित करनी चाहिए जो छात्रों को विश्वविद्यालय में प्रवेश हेतु प्रेरित करें।
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