स्त्री की पहचान है दूध,
कोख से निकले शिशु से,
जाना जीवन -प्राण है दूध।
कैल्शियम भरपूर है मिलता,
हम सबके लिए वरदान है दूध।
बूढ़े, बच्चे और जवान,
सभी के लिए अमृत-पान है दूध।
सुबह-शाम जो रोज है पीते,
उनका रोग-नाशक है दूध।
आओ हम इस पीयूष को अपनाएं,
अपनी हड्डियां मजबूत बनाएं।
दूध दिवस के महत्व को समझें ,
जीवन को खुशहाल बनाएं।
डॉ. माधवी (माधव)
सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश)
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