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नानाजी देशमुख वाटिका : नक्षत्रों का महत्व बताएंगे 27 किस्म के पौधे

विश्व पर्यावरण दिवस पर हुआ पौधरोपण

विधायक डा. नीरज बोरा ने किया नक्षत्र वाटिका का लोकार्पण

लखनऊ। पृथ्वी पर जीव-जंतुओं और पौधों की अनगिनत प्रजातियां हैं। लेकिन कुछ वर्षों में जैवविविधता को भारी नुकसान हुआ है। कई प्रजातियां विलुप्त हो गईं तो कई संकटग्रस्त है। लेकिन कोरोना काल में भी कुछ पर्यावरण प्रहरी ऐसे हैं जो जैवविविधता के संरक्षण में लगे हैं। शुद्ध हवा और स्वच्छ पर्यावरण वक्त की जरूरत है। इसके लिए पेड़ों का महत्व किसी से छिपा नहीं है। 

हालांकि कम लोग ही जानते हैं कि नवग्रह और नक्षत्रों से भी पेड़-पौधों का गहरा नाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पूर्व भाजपा पार्षद व पर्यावरण प्रहरी बृज किशोर पांडेय ने सेक्टर-"ई" सीतापुर रोड योजना में स्थित नानाजी देशमुख वाटिका में नक्षत्र वाटिका बनवाई है। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शनिवार को वन विभाग, नगर निगम व डा. नीरज बोरा पर्यावरण मित्र परिषद के सहयोग से पूर्व पार्षद बृज किशोर पांडेय द्वारा आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक डा. नीरज बोरा ने पाकड़ और वरिष्ठ समाजसेविका बिंदू बोरा ने पीपल का पौधा लगाकर किया। उन्होंने मंत्रोच्चार के बीच पूजन कर नक्षत्र वाटिका का लोकार्पण भी किया। 

कार्यक्रम संयोजक बृज किशोर पांडेय के प्रयासों की सराहना करते हुए आश्वासन दिया कि नानाजी देशमुख वाटिका का निर्माण व सौंदर्यीकरण कर हरा भरा बनाया जाएगा। वहीं वरिष्ठ समाजसेवी संजय चौधरी, पार्षद अनुराग मिश्रा "अन्नू" और पूर्व पार्षद बृज किशोर पाण्डेय ने जामुन, पीपल का पौधा रोपा। 

कार्यक्रम संयोजक बृज किशोर पाण्डेय ने बताया कि नक्षत्र वाटिका में वही पौधे रोपित किए गए हैं, जिनके बारे में प्राचीन भारतीय विद्वान नक्षत्रों से सीधा नाता बताते हैं। पर्यावरण संरक्षण की इस अनोखी पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों को इन पौधों के माध्यम से प्रकृति से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि वाटिका में नक्षत्रों के 27 पौधों के साथ ही पकड़िया, पीपल, बरगद व सदाबहार सहित विभिन्न प्रजातियों के 60 पौधे भी रोपे गए। 

इस मौके पर एसीएमओ डा. केपी त्रिपाठी, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक प्रशांत वर्मा, सतीश वर्मा, राकेश पाण्डेय, संजय तिवारी, आशुतोष सिंह, अजय विक्रम, रामानुज तिवारी, वरुण श्याम पांडेय, योगेश शास्त्री, राधेश्याम पाण्डेय, रेंजर अतिजीत जोशी, वन दरोगा रवीन्द्र सिंह नेगी, एसके गुप्ता, विनोद जोशी, वन रक्षक दिलीप सिंह सहित नगर निगम व वन विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।

नक्षत्र वाटिका में रोपे गए ये पौधे

अश्विनी नक्षत्र के लिए-कुचला, भरणी के लिए-आंवला, कृत्तिका के लिए-उदुंबर/गूलर, रोहिणी के लिए-जामुन, मृगशिरा के लिए-खैर, आर्द्रा के लिए-कृष्णागुरु, पुनर्वसु के लिए-बांस, पुष्य के लिए-पीपर, अश्लेषा के लिए-चंपा, मघा के लिए-बड़वट, पूर्वा फाल्गुनी के लिए-पलाश, उत्तरा फाल्गुनी के लिए-कनेर, हस्त के लिए-चमेली, चित्रा के लिए-बेल, स्वाति के लिए-कांहा/कोह, विशाखा के लिए-कैथ, अनुराधा के लिए-मौलश्री, ज्येष्ठा के लिए-शाल्मली/सेवर, मूल के लिए-साल/साखू, पूर्वाषाढ़ा के लिए-बेंत, उत्तराषाढ़ा के लिए-कटहल, श्रवण के लिए-आंकड़ा, धनिष्ठा के लिए-समी/सफेद कीकर, शतभिषा के लिए-कदंब, पूर्वभाद्रपदा के लिए-आम, उत्तराभाद्रपदा के लिए-नीम, रेवती के लिए-महुआ।

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