मिशन आहार द्वारा की जा चुकी है अब तक 1500 से ज्यादा लोगों की मदद
लख़नऊ। देश में कोरोना वायरस की वजह से जारी कोरोना कर्फ्यू में सब कुछ बंद होने का सबसे ज्यादा असर गरीब लोगों पर पड़ा है। तमाम गरीब ऐसे हैं, जिनके पास खाने का इंतजाम भी नहीं है। समाजसेवी संगठनों ने ऐसे तमाम लोगों को खाना खिलाने की जिम्मेदारी ली है। शायद हर भूखे को वह खाना न खिला पाएं, लेकिन फिर भी समाजसेवियों के द्वारा काफी गरीब, असहाय और मजदूरों का पेट भर रही हैं।
शम्भूका फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अनुराग गोयल का कहना है कि गरीब को दान करना व भूखे को खाना खिलाना ही भगवान की असली भक्ति है। भगवान की भक्ति करने का सही तरीका यह है कि आप किसी को गलत नहीं बोलें न ही किसी का गलत करें। हमारी संस्था द्वारा चलाये जा रहे मिशन आहार के अंतर्गत हम गरीब, मध्यम वर्गीय वर्गो को राशन तथा अस्पताल में मरीज और उनके परिजनों को बना बनाया भोजन पहुँचाने का भी कार्य कर रहें हैं। इस पहल को सफल बनाने में हमारी संस्था के कर्मठ और निष्ठावान सदस्यों का पूरा सहयोग रहा है। लोग मंदिरों में पैसा व खाने का सामान चढ़ाते हैं। उनको भगवान खाने नहीं आते उसका मंदिरों के लोग ही प्रयोग करते हैं। वही खाना और पैसा अगर गरीबों को दिया जाए तो भगवान खुश होंगे आपको भी बहुत अच्छा लगेगा। ईश्वर का असली स्थान हमारे मन में है। शम्भूका फाउंडेशन मेरठ, हापुड़, ग़ज़ियाबाद, दिल्ली, प्रयागराज, कोयम्बटूर, जालौन, जयपुर, बाराबंकी, लखनऊ विभिन्न राज्यों तथा शहरों में भी अपनी सेवायें दे रही है।अनुराग ने कहा कि मैं विशेष रूप से अपने सभी सहयोगियों को मंगलकामनाएं प्रेषित करना चाहता हूँ और सुरभि गोयल, सपना अग्रवाल, बृजेन्द्र मौर्य, सौरभ गोयल, रश्मि खंडेलवाल, अनन्या राय पराशर, सोनाली सिन्हा, शुचिता पांडेय, प्रतिभा सिंह, अंकुर अग्रवाल, अर्चना अग्रवाल, शिवानी श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव, मनोज अग्रवाल, जूही अग्रवाल, मंजू पुष्कर, अनिशा द्विवेदी, अनुपमा श्रीवास्तव, वान्या तथा समस्त संस्था के सदस्यों को सादर नमन व आभार प्रकट करता हूँ।
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