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एसबीआई पहुंचे सुरेश रैना, साझा की अपने संघर्ष की दास्तां, दिये सफलता के मंत्र

लखनऊ। शीर्ष भारतीय बल्लेबाजों में शुमार होने वाले सुरेश रैना अपनी आत्मकथा 'बिलीव - व्हाट लाइफ एंड क्रिकेट टॉट मी' का शोकेस करने लखनऊ पहुंचे। उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लोकल हेड ऑफिस पहुंच कर बैंककर्मियों व मीडिया से अपनी आत्मकथा में लिखे कुछ विशेष पल साझा किए और बैंक से अपने पुराने एसोसिएशन के विषय में चर्चा की। सुरेश रैना का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से पुराना नाता है। वे न केवल बैंक के सम्मानित ग्राहक हैं बल्कि उनके खेल को तराशने वाले कई क्रिकेटिंग सीनियर्स बैंक को अपनी सेवाएं दे चुके हैं या दे रहे हैं। सुरेश रैना ने अपनी आत्मकथा में अपने जीवन की झलकियां साझा की, जिसमें सफलता, असफलता, चोट, आशा- निराशा, संघर्ष शामिल हैं। उनकी आत्मकथा जीवन के इन सभी रंगों को संजोए हुए यह बताती है कि उन्होंने अपना शीर्ष पर पहुंचने का सफर कैसे पूरा किया।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के स्टाफ मेम्बर्स के साथ मुलाकात करते हुए सुरेश रैना ने कहाकि जो खेलना चाहते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं उनके लिए व इंसान के खुद के जीवन पर बिलीव करने के लिए यह बुक 'बिलीव'- व्हाट लाइफ एंड क्रिकेट टॉट मी' एक गाइड का काम करेगी, सचिन के साथ मैंने जो भी सीखा है या ट्रेनिंग के दौरान हरभजन सिंह पाजी के साथ वही 'बिलीव' है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने मुझे अपने आप पर बिलीव करना सिखाया जो मेरे जीवन में काफी मददगार है। सुरेश ने कहा कि लखनऊ से मैंने तहजीब और मेहमान नवाजी सीखी। लखनऊ से दिया जाने वाला प्यार मुझे बहुत पसंद है और पहले आप की परंपरा भी मुझे बहुत पसंद है। उन्होंने बताया कि प्रेशर में खेलने के लिए गाइडेंस और दुआओं का साथ होना बेहद जरूरी है। साथ ही बताया कि अपने करियर के दौरान मैं बहुत चोटिल हुआ जिसके लिए मुझे खेलने और इलाज कराने की बहुत चिंता थी वह दौर मेरे लिए अप डाउन का दौर था जहां मैंने बहुत कुछ सीखा। मेरी 5 से 6 सर्जरी हुई है हालांकि अब देश के लिए जिस तरह से एसबीआई खुद को सर्व कर रहा है वैसे ही मैं भी देश के लिए सब कुछ भूल कर सर्व कर रहा हूं। सुरेश ने बताया कि बिलीव -व्हाट लाइव क्रिकेट टॉट  मी' बुक का हिंदी अनुवाद सितंबर या अक्टूबर तक आ जाएगा।

सुरेश रैना के आगमन को लेकर बैंक स्टाफ में काफी उत्साह का माहौल दिखा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया लखनऊ सर्किल के चीफ जनरल मैनेजर अजय कुमार खन्ना ने बताया, "सुरेश रैना अपने क्रिकेटिंग कैरियर में लगातार शानदार परफॉर्मंस देते रहे हैं और सभी फॉर्मेट्स में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उसी तरह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी लगातार शानदार परफॉमेंस करते हुए अपने सम्मानित ग्राहकों की उम्मीदों पर खरा उतरा है। इसी के चलते स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी सभी सेवाओं के क्षेत्र में अव्वल बना हुआ है। इंडियन क्रिकेट टीम के सदस्यों को 'मेन इन ब्लू' कहा जाता है और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का लोगो भी ब्लू कलर का है।"

श्री खन्ना ने सुरेश रैना के इस विजिट पर हुई गतिविधियों का विवरण साझा करते हुए बताया, "उन्होंने बैंक आकर स्टाफ मेंबर्स से अपने क्रिकेटिंग जीवन के कुछ सुनहरे पल साझा किए, जिनका जिक्र उन्होंने अपनी आत्मकथा में किया है। इसके अलावा वे बैंक के 'सखी' मेंटरशिप प्रोग्राम के बारे में जानकारी ली। साथ ही उन्होंने बैंककर्मियों के कोविड वैक्सिनेशन के बारे में भी जानकारी ली । लखनऊ मंडल के सभी टीकाकरन योग्य स्टाफ सदस्यों के प्रथम डोज के वैक्सिनेशन का कार्य 100 फीसदी पूरा हो चुका है, इनमें से कई दूसरी डोज भी ले चुके हैं। अपने शिड्यूल के मुताबिक सभी बैंक कर्मी दूसरी डोज भी शीघ्र ही ले लेंगे।"

सखी मेंटरशिप प्रोग्राम के बारे में चर्चा करते हुए अजय कुमार खन्ना ने बताया, "मैनें जून 2020 में लखनऊ आफिस ज्वाइन किया तो यह समझ आया कि बैंक में देश के कोने-कोने से महिला कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है। यह सभी विभिन्न कल्चरल बैकग्राउंड से आती हैं। नए परिवेश, नए लोगों को समझने में समय लगता है, इसलिए अक्सर समस्याएं आती हैं। ऐसी समस्याओं का स्थायी हल खोजने के लिए ही 'सखी' मेंटरशिप प्रोग्राम शुरू किया गया। सखी नाम देने का उद्देश्य था कि एक सहेली से अपनेपन में सारी बातें खुलकर साझा की जाती हैं। सखियां खुलकर अपना तनाव भी आपस में साझा करती हैं और मुश्किलें भी मिलकर दूर कर लेती हैं। स्टेट बैंक ऑफ लखनऊ सर्किल के लिए गौरव की बात है कि यहां शुरू हुआ प्रोग्राम इसी वर्ष देश भर की सभी ब्रांचेज में लागू किया जा चुका है।"

उपरोक्त कार्यक्रम में महाप्रबंधक डी. एस. रावत (नेटवर्क I), एडी रत्न तेजा (नेटवर्क II), आलोक कुमार एस. सिन्हा (नेटवर्क III), वरुण आर.जी. उपाध्याय (महाप्रबंधक सी.ए.ओ.), मनोज महरोत्रा (महाप्रबंधक ओ.एस.डी.) एवं हिमांशु शेखर मण्डल विकास अधिकारी की गरिमामयी उपस्थिति रही I साथ ही सभी 6 मंडलों के उपमहाप्रबंधक गण एवं क्षेत्रीय प्रबन्धक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा भाग लिया।

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