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हिंदी विश्वविद्यालय ने दी प्रो. आई रामब्रम्‍हम् को श्रद्धांजलि

वर्धा। केंद्रीय विश्‍वविद्यालय ओडिशा के कुलपति प्रो. आई रामब्रम्‍हम् के निधन पर उन्हें महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि प्रो. रामब्रम्‍हम् एक सुविख्‍यात शिक्षाविद और राजनीति विज्ञान के गहन अध्येता थे. उनके साथ मिलकर विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम कर रहा था. उनके कार्यकाल में एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत केंद्रीय विश्वविद्यालय ओडिशा और हिंदी विश्वविद्यालय के बीच प्रगाढ़ संबंध विकसित हुए. शोक सभा में शोक प्रस्ताव का वाचन किया गया और दो मिनट का मौन रखकर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मियों ने उन्हें  मौन श्रध्दांजलि दी.

प्रो. आई रामब्रम्‍हम् का 28 जुलाई को बिमारी के कारण हैदराबाद बाद में निधन हो गया था. उन्होंने केंद्रीय विश्‍वविद्यालय कोरापुट, ओडिशा के कुलपति के रूप में 6 दिसंबर 2019 को कार्यभार ग्रहण किया था। इसके पहले उन्‍होंने हैदराबाद विश्‍वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ में राजनीति विज्ञान के वरिष्‍ठ प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। वे तीस वर्ष से भी अधिक समय तक अध्‍यापन कार्य से जुड़े थे। उन्‍होंने राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय जर्नल में सौ से भी अधिक शोध आलेख लिखे हैं। प्रो. रामब्रम्‍हम् ने शिक्षा नीति, ई-शासन, ई-पाठशाला को केंद्रित करते हुए सुशासन, ग्रामीण विकास, उच्‍च शिक्षा और लोक नीति जैसे क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया है। उन्‍होंने लोक नीति पर ई-पाठशाला और स्‍वयंम् पोर्टल के लिए सौ से अधिक मॉडयुल तैयार किये हैं। उनके निर्देशन में 20 से भी अधिक शोधार्थियों ने अपना शोधकार्य पूरा किया है। अपने कार्यकाल में उन्‍होंने विश्‍वविद्यालय के अकादमिक और परीक्षा प्रणाली में सुधार हेतु महत्‍वपूर्ण कार्य किया है। नवोन्‍मेषी संकल्‍पनाओं के साथ उन्‍होंने विश्‍वविद्यालय में अनेक योजनाओं पर कार्य किया है।

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