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केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री के साथ बैठक में यूपी के सर्राफा कारोबारियों ने की ये मांग

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन की अति महत्वपूर्ण बैठक केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी की मध्यस्था द्वारा केंद्रीय   वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ उद्योग भवन में आयोजित की गई। उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के  प्रतिनिधियों ने एचयूआईडी की जटिलताओं और अव्यवहारिक समस्याओं को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष ज्ञापन के माध्यम से प्रस्तुत किया था। जिस पर रक्षा मंत्री ने केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से वार्ता कर व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक कर पुनः समीक्षा करने का आग्रह किया गया था। 

उद्योग भवन में आयोजित बैठक का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अभिषेक खरे द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि सर्राफा व्यवसाई पूर्ण ईमानदारी के साथ सराफा का व्यवसाय करना चाहते हैं तथा हॉल मार्किंग की अनिवार्यता का स्वागत करते हैं। उत्तर प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश चंद्र जैन ने कहा कि व्यापारी पूर्ण रूप से सरकार के साथ है। हॉल मार्किंग की अनिवार्यता की प्रक्रिया का स्वागत करते हैं परंतु एचयूआईडी के कानून के अंतर्गत अत्याधिक लिखा पढ़ी व अव्यवहारिक समस्याओं को लेकर कुछ संशोधन चाहते हैं।

उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के महामंत्री रविंद्र नाथ रस्तोगी ने बैठक में कहा कि नए कानून का स्वागत करते हैं तथा पूर्ण रूप से सरकार के सहयोग करेंगे परंतु "ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस" के मूल मंत्र को संज्ञान में रखते हुए आभूषणों के प्रत्येक नग की विभिन्न पटलों पर एंट्री  अव्यवहारिक है। इतने लिखा पढ़ी कम पढ़े लिखे तथा टेक्नोलॉजी का कम ज्ञान रखने वाले व्यापारी द्वारा संभव नहीं है। 

प्रवक्ता डॉ. राजकुमार वर्मा ने कहा कि सर्राफा का व्यवसाय सदियों से पारंपरिक रूप से बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे छोटे जिलों तथा गांवों एवं कस्बों में होता आया है। बड़े महानगरों पर निर्भर छोटे कस्बे व गांव वर्तमान एचयूआईडी की जटिल प्रक्रिया के लिए प्रत्यक्ष रूप तैयार नहीं हैं। संगठन मंत्री प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा एमएसएमई की सुविधा के अंतर्गत हस्त कारीगरों की संख्या में जो इजाफा हुआ है वह हॉल मार्किंग, यूआईडी की जटिलताओं के चलते बंदी की कगार पर पहुंच गया है।  उपाध्यक्ष राजन रस्तोगी ने कहा कि ग्राहकों द्वारा दिए गए आर्डर के एक और दो पीस हॉलमार्क कराने की भी सुविधा प्रदान की जाए एवं मिक्स लाट में 10 पीस को हॉलमार्क कराने की सुविधा भी अति आवश्यक है।   डायरेक्टर जीजेसी दिनेश जैन ने कहा कि छोटे कारीगर रोजमर्रा में एक या दो पीस का आभूषण निर्माण करते हैं वह बेरोजगार ना हो सके इसका भी ध्यान रखा जाए। 

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि एचयूआईडी के अंतर्गत बीआईएस विभाग का कार्य केवल आभूषणों की गुणवत्ता पर नियंत्रण रखना है। व्यापारियों की मांग पर उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भीफालतू लिखा पढ़ी नहीं करनी होगी तथा 40 लाख से कम टर्नओवर वाले को रजिस्ट्रेशन कराने की कोई आवश्यकता नहीं। वे हॉलमार्क ज्वेलरी का विक्रय भी कर सकते है। सभी व्यापारियों ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को धन्यवाद दिया। हल्की ज्वेलरी और छोटी लॉट को एक्सआरएफ विधि के द्वारा किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया और डीजीबीआईएस को गुरुवार को सभी व्यापारियों को बुलाकर पुनः समीक्षा करने का निर्देश भी दिया। प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक खरे, महेश चंद्र जैन, रवींद्रनाथ रस्तोगी, डॉ. राजकुमार वर्मा, राजन रस्तोगी, प्रदीप अग्रवाल, दिनेश चंद्र जैन व रवि कपूर उपस्थित रहे।

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