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ब्राह्मण महासम्मेलन 17 अक्टूबर को, ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन की मांग

असम सरकार की तरह मंदिर के पुजारियों को उत्तर प्रदेश मे भी रु 15000 प्रतिमाह भत्ता देने की मांग

लखनऊ। अखिल भारत वर्षीय ब्राम्हण महासभा की उत्तरप्रदेश इकाई द्वारा समाज सेवा, सुधार, सदभाव, सहयोग, संगठन, उन्नति के लिए 17अक्तूबर को रविन्द्रालय में ब्राह्मण महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। महासभा के राष्ट्रीय पदाधिकारी तरुण मिश्रा, विशन कौशिक, बिहारी लाल वशिष्ठ, सतीश शर्मा, दिग्विजय दीक्षित, पीतांबर शर्मा, कनुप्रिया, रागिनी अवस्थी आदि ने रविवार को महासम्मेलन की रूपरेखा पर विचार विमर्श किया। बाल गाइड स्कूल इंद्रानगर में आयोजित कार्यक्रम गोष्ठी में लगभग 100 ब्रम्हवंशियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ अखिल भारत वर्षीय ब्राम्हण महासभा के अवध प्रान्त के मीडिया प्रभारी प्रमिल द्विवेदी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मधुसूदन दीक्षित ने किया। हास्य योगी शिवराम मिश्र ने हास्य योग सभी रोगों के निदान की एक औषधि है पर प्रकाश डालते हुए सबको खूब हँसाया।

महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्रा ने बताया कि उन्होंने असम के मुख्यमंत्री से मिलकर छोटे छोटे मंदिरों के पुजारियों को पंद्रह हज़ार रुपए प्रतिमाह का भत्ता सरकार से देने का अनुरोध किया। प्रस्ताव स्वीकार करके असम सरकार ने यह कानून लागू कर दिया है। इसी तरह 17 अक्तूबर के महासम्मेलन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी यह कानून उत्तर प्रदेश मे लागू करने के लिए ज्ञापन दिया जाएगा।

पूर्व एमएलसी और महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतीश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ब्राह्मणों के कल्याण के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करे और ब्राह्मणों की प्रतिष्ठा व गरिमा का सम्मान करे। इस प्रस्ताव का महासभा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बिशन कौशिक और प्रदेश अध्यक्ष पंडित पीताम्बर शर्मा ने अनुमोदन करते हुए बताया कि 17 अक्तूबर के महासम्मेलन के बाद उप्र के मुख्यमंत्री को इसका ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पुष्पांजलि त्रिपाठी, विश्वास सारस्वत, कुलदीप अवस्थी, पूर्व आईएफ़एस एपी त्रिपाठी, पूर्व आईएएस सीपी तिवारी, जयेन्द्र पाण्डे, कवि तिवारी, संजय अवस्थी आदि उपस्थित रहे।

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