लखनऊ। कोरोना के तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच बदलते मौसम के साथ ही राजधानी में डेंगू के डंक का कहर बढ़ता जा रहा है। वहीं वायरल बुखार, मलेरिया, टायफाइड सहित मच्छरजनित बीमारियों ने भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। राजधानी के निजी अस्पताल में भर्ती जौनपुर निवासी डेंगू पीड़ित सपा नेता की मंगलवार को मौत हो गई। वहीं फैजुल्लागंज सहित राजधानी के अन्य इलाकों में डेंगू ने दस्तक दे दी है। फैजुल्लागंज वार्ड-तृतीय के केशवनगर इलाके में चार दिन पूर्व डेंगू के दो संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया। जबकि कई लोग बुखार से पीड़ित है।
सपा नेता की डेंगू से हुई मौत
समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री केपी यादव की डेंगू की चपेट में आने से मौत हो गई। जौनपुर निवासी केपी यादव बीते कई दिनों से बुखार से पीड़ित थे और गंभीर अवस्था में सोमवार शाम राजधानी के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जानकारी के मुताबिक जौनपुर के स्थानीय अस्पताल में उनकी जांच कराई गई थी जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई थी। मंगलवार को इलाज के दौरान केपी यादव की सांसें थम गईं।
डेंगू मरीज की जानकारी छिपा रहे हैं निजी अस्पतालबारिश के साथ ही डेंगू सहित मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। पीड़ित निजी क्लीनिकों व अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं। लेकिन निजी अस्पताल डेंगू मरीज की जानकारी छिपा रहे हैं। डिप्टी सीएमओ डा. केपी त्रिपाठी ने बताया कि निजी अस्पतालों के चिकित्सक इलाज तो कर रहे हैं लेकिन डेंगू मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दे रहे हैं। जिससे प्रभावित इलाकों की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है।
सावधानी ही डेंगू से बचाव का एकमात्र तरीका
बारिश के मौसम में कहर बरपा रहे डेंगू सहित संचारी रोगों से बचाव के लिए बचाव ही एकमात्र रास्ता है। क्योंकि जरा सी लापरवाही लोगों को बीमार कर सकती है। ऐसे में घरों और आसपास साफ पानी जमा नहीं होने दें।
कूड़ा घर में तब्दील नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फैजुल्लागंज के पास स्थित खाली प्लाट |
डिप्टी सीएमओ डा. केपी त्रिपाठी ने बताया कि कूलर, फ्रिज, पुराने टायर, गमलों, खुले में रखे पुराने बर्तन और ट्रे, बाथरूम आदि में पानी एकत्र ना होने दें, क्योंकि डेंगू के लार्वा साफ पानी में पनपते हैं। ऐसे में कूलर और पानी की टंकी की नियमित सफाई करते रहें। उन्होंने बताया कि फुल आस्तीन के कपड़े पहनें और सावधानी बरतें। यदि दो तीन दिनों से ज्यादा बुखार हो तो कुशल चिकित्सक से परामर्श लें और खून की जांच अवश्य करवाएं।
सीएमओ के निरीक्षण से मचा हड़कंप
जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर, बजबजाती नालियां और खाली प्लॉटों में जलभराव। फैजुल्लागंज के अधिकांश मोहल्लों का यही हाल है। यही नहीं नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फैजुल्लागंज के पास स्थित खाली प्लाट कूड़ा घर में तब्दील हो चुका है और आसपास भी भीषण गंदगी व्याप्त है।
बुधवार सुबह सीएमओ के निरीक्षण की सूचना मिलते ही जिम्मेदारों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पहुंची नगर निगम की टीम ने न सिर्फ सफाई अभियान चलाया बल्कि नाले-नालियों से निकली सिल्ट को भी तुरंत उठवाया। इस दौरान क्षेत्र में फॉगिंग भी की गई। वहीं जोन-"तीन" की जोनल अधिकारी अम्बी बिष्ट ने डेंगू प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान मुख्य सफाई निरीक्षक रूपेंद्र भास्कर व सफाई निरीक्षक सत्येंद्र भी मौजूद रहे।28 अगस्त को भी चलाया था अभियान
बीते 28 अगस्त को डेंगू के संदिग्ध मरीजों के मिलने की सूचना पर डिप्टी सीएमओ डा. केपी त्रिपाठी, जिला मलेरिया अधिकारी डीएन शुक्ला, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक प्रशांत वर्मा, पार्षद अमित मौर्या सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया था। इस दौरान नगर मलेरिया इकाई की टीम ने पूरे क्षेत्र में एंटीलार्वा का छिड़काव भी किया था। भ्रमण के दौरान टीम ने 55 कूलरों की जांच की जिसमें 8 घरों में लार्वा मिलने पर नोटिस जारी की गई थी।
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