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पेप्वाइंट इंडिया ने बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ की साझेदारी

लखनऊ। वित्तीय समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, पेप्वाइंट इंडिया ने भारत के अग्रणी बैंकों में से एक बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी के तहत, देश भर में बिजनेस कॉरेस्पोंडेट (बीसी) मॉडल के जरिए बैंकिग सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी। 

वाणिज्यिक बैंकों को दूरदराज के स्थानों और छोटे केंद्रों पर स्वामित्व वाली शाखाओं को स्थापित करना अव्यावहारिक लग रहा है, लेकिन पेप्वाइंट इंडिया के पास अपने विशाल और लगातार फैल रहे वितरण नेटवर्क के माध्यम से सुदूर क्षेत्रों में भी वित्तीय और भुगतान सेवाओं को पहुंचाने की विशेषज्ञता हासिल है। इसके जरिए लगभग सभी आवश्यक बैंकिंग सेवाओं को बीसी ग्राहक सेवा केंद्रों के माध्यम से मुहैया कराया जा सकता है।

कॉमर्शियल बैंकों के अलावा, बीमा कंपनियों, दूरसंचार कंपनियों, बिजली बोर्डों और यहां तक कि आईआरसीटीसी समेत कई प्रसिद्ध सेवा प्रदाता, पूरे भारत में अपने ग्राहकों तक पहुंचने के लिए पेप्वाइंट इंडिया के नेटवर्क का उपयोग करते हैं।

वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक के रूप में बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी दक्षता और ग्राहक-अनुकूल रवैये के लिए जाना जाता है। बैंक को सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा निर्धारित वित्तीय समावेशन के लक्ष्यों को हासिल करना है और इस साझेदारी के माध्यम से बैंक ऑफ बड़ौदा वित्तीय समावेशन के अपने सामाजिक दायित्व को और अधिक आसानी से पूरा करने में सक्षम होगा क्योंकि पेप्वाइंट इंडिया कई बैंकों के लिए एक अनुभवी बिजनस कॉरेस्पॉडेंट है और वह वित्तीय समावेशन के लक्ष्य को पूरा किए जाने के मामले में बैंक की मदद कर सकता है।

बैंक ऑफ बड़ौदा के लिए अपने विशिष्ट बीसी ग्राहक सेवा बिंदुओं पर पे प्वाइंट इंडिया कई सेवाएं प्रदान करेगा और बचत बैंक, पीएमजेडीवाई खाते खोलने के साथ निकासी, जमा और धन हस्तांतरण सेवाएं और कई अन्य सेवाएं प्रदान करेगा, जिसमें पासबुक प्रिंटिंग, आरडी खाता खोलना, सावधि जमा खाते खोलना, ऋण भुगतान, अन्य बैंकों के खाताधारकों के लिए एईपीएस और एम-एटीएम निकासी और भारत सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाएं आदि शामिल हैं।

पेप्वाइंट इंडिया के प्रबंध निदेशक केतन दोशी ने इस बारे में अपनी बात रखते हुए कहा, "हम बेहद खुशी और गर्व के साथ देश के कोने-कोने में बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ इस साझेदारी की घोषणा करते हैं। यह न केवल हमारे व्यापक मॉडल के विकास को सुनिश्चित करेगा बल्कि ग्रामीण और शहरी भारत के बीच वित्तीय समावेशन की राह में मौजूद अंतर को भरते हुए वित्तीय समावेश के बड़े लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगा। यह बैंकिंग को अब तक बिना बैंक वाले आंतरिक इलाकों में ग्राहकों के दरवाजे तक ले जाएगा और उन्हें सूचित विकल्पों का चयन करने और उसका लाभ उठाने में मदद करेगा। इसकी वजह से वे अपनी सुविधानुसार उपयोगी सेवाओं का इस्तेमाल कर पाएंगे।

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