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लखनऊवासियों के विश्वास एवं सहयोग से दर्ज किया ऐतिहासिक रिकॉर्ड - कुमार केशव

3.50 करोड़ यात्रियों को सफर करा, यूपी मेट्रो के नाम जुड़ा एक और कीर्तिमान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने 4 साल में 3.50 करोड़ यात्रियों को सफर करवा कर एक और कीर्तिमान अपने नाम दर्ज करा लिया है। यह उपलब्धि इसलिए भी अहम है क्योंकि विगत वर्षों में कोविड महामारी जैसी गंभीर चुनौतियों में भी यूपी मेट्रो ने यात्रियों का विश्वास बनाए रखा। लखनऊ मेट्रो ने 5 सितंबर 2017 को चारबाग से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच 8.5 किलोमीटर लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर पर सेवाएं की शुरुआत की थी। इस उपलब्धि के मौके पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने यूपीएमआरसी की पूरी टीम के साथ लखनऊ की जनता को भी बधाई दी है। 

उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर 3.50 करोड़ की राइडरशिप हासिल करना लखनऊ मेट्रो के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह हमारे लिए गर्व की अनुभूति कराने वाले क्षण हैं। हमने तमाम चुनौतियों को पार कर लखनऊ के लोगों के लिए जिस आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का संकल्प लिया था, आज वह यात्रियों से मिल रहे निरंतर समर्थन और भरोसे की वजह से एक मुकाम तक पहुंचता दिखाई दे रहा है। हम इसके लिए लखनऊवासियों के आभारी हैं और उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि भविष्य में भी इसी कर्मठता और समर्पण के साथ उनकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।

वर्तमान में कोविड के मद्देनज़र मेट्रो स्टेशनों और मेट्रो ट्रेनों पर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किए गए तमाम प्रबंध जारी हैं। सुरक्षित और सुगम यात्रा के लिए सैनिटाइजेशन और शारीरिक दूरी का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इस साल की शुरुआत से अल्ट्रावायलेट किरणों से मेट्रो ट्रेनों के कोच को सैनिटाइज करने वाली लखनऊ मेट्रो देश की पहली मेट्रो बन गई है। इन प्रयासों का नतीजा है कि अनलॉक-2 में 9 जून 2021 से मेट्रो सेवा के पुनः आरंभ होने के बाद से मेट्रो की यात्री संख्या में लगातार सुधार हुआ है। लखनऊ मेट्रो 51 हजार की औसत यात्री संख्या के साथ कोरोना पूर्व की राइडरशिप का 80 प्रतिशत पहले हासिल करने में सफल रही है।

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