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एनडीआरएफ ने रात के अँधेरे में चलाया बाढ़ बचाव अभियान, बचाई 2 पशुओं संग 10 जिंदगियां

लखीमपुर। पिछले दिनों उत्तराखंड और नेपाल में अत्यधिक वर्षा होने से नदियों और नालों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। जिसके चलते नेपाल से लगे हुए उत्तर प्रदेश के जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है और काफी संख्या में परिवार बाढ़ से घिर गए। जिसमें एनडीआरएफ की टीमें प्रशासन के साथ लगातार राहत बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। 

बुधवार देर रात प्रशासन को एक संकटग्रस्त सूचना प्राप्त हुई कि घाघरा नदी के उफान के कारण लखीमपुर के तहसील धौरहरा में देवमानिया गांव के आठ लोग घाघरा नदी के उस पार अपने खेतो में काम करने गए थे, अचानक घाघरा नदी के जलस्तर बढ़ जाने से वह लोग चारो और बाढ़ के पानी से घिर गए। जिससे स्थिति गंभीर बनती जा रही थी और लोगों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा था। मामले की सूचना प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ को दी गई। सूचना मिलते ही कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन पर धौरहरा में बाढ़ आपदा बचाव हेतु तैनात एनडीआरएफ टीम को नीरज कुमार (उप सेनानायक) के नेतृत्व में रवाना किया गया। 

त्वरित कार्यवाही करते हुए टीम मौके पर पहुंची। जहां घाघरा नदी का जल प्रवाह बहुत तेज था और कम दृश्यता के साथ रात में बचाव अभियान चलाने के लिए स्थिति बहुत चुनौतीपूर्ण थी। लेकिन टीम इन तमाम बाधाओ को पार कर मदद का इंतजार कर रहे लोगो के पास पहुंची तो लोगों में विश्वास का भाव दिखा। टीम ने भी त्वरित कार्यवाही करते हुए बाढ़ में फंसे सभी 08 पुरुष एवं 02 पशुधन को बचाकर मोटर बोट के माध्यम से सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया। प्रशासन व स्थानीय लोगों ने एनडीआरएफ के त्वरित कार्यवाही और तत्परता दिखाते हुए बचाव कार्यों की बहुत प्रशंसा की। इस मानव जीवन के साथ पशुधन की रक्षा में की गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।

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