11 महीने में पहला यू गर्डर रखकर यूपी मेट्रो ने हासिल की बड़ी उपलब्धि
आगरा। ताजनगरी में आगरा मेट्रो निर्माण परियोजना के शुभारंभ के महज 11 बाद ही पहले यू गर्डर का सफलतापूर्वक परिनिर्माण (लॉन्चिंग) कर यूपी मेट्रो ने बड़ी उप्लब्धि हासिल की है। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने पूजा-अर्चना के बाद यू- गर्डर के परिनिर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इस दौरान कुमार केशव ने आगरा मेट्रो टीम की सराहना करते हुए परियोजना से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी।
उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आगरा मेट्रो निर्माण परियोजना का शुभारंभ हुआ था। इसके बाद आगरा मेट्रो की टीम ने तेज गति के साथ परियोजना पर काम करते हुए महज 11 महीने में पहले यू गर्डर का सफलतापूर्वक परिनिर्माण कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने UPMRC की टीम और कॉन्ट्रैक्टर सैम इंडिया को भी कड़ी मेहनत का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि आगरा को तय समय पर मेट्रो की सुविधा मिलेगी।कुमार केशव ने बताया कि यू गर्डर पारंपरिक तौर पर प्रयोग होने वाले बॉक्स गर्डर की तुलना में ज्यादा प्रभावी एवं उपयोगी है। अंग्रेजी अक्षर 'यू' जैसा आकार होने के कारण इसके दोनों छोर पर अधिक जगह मिलती है, जिससे यहां आसानी से सिग्नलिंग उपकरण लगाये जा सकते हैं। इसके साथ ही यू-गर्डर के प्रयोग से न सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि निर्माण लागत में भी कमी आती है।
प्रीकास्ट तकनीक के जरिए कास्टिंग यार्ड में यू-गर्डर का निर्माण किया जाता है। इसके बाद ट्रक के जरिए यू- गर्डर को साइट पर ले जाकर क्रेन की मदद से दो पिलर्स के बीच में रखा जाता है। इस तकनीक के जरिए निर्माण स्थल के आसपास राहगीरों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच बन रहे प्रयोरिटी सेक्शन के ऐलिवेटिड भाग में कुल 196 यू गर्डर का प्रयोग किया जाना है। आगरा मेट्रो में वायाडक्ट निर्माण के लिए प्रयोग किया जाने वाले यू गर्डर की लंबाई 28 मीटर है, जबकि इसका वजन लगभग 150 टन है।गौरतलब है कि ताजनगरी आगरा में 29.4 कि.मी. लंबे दो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें कुल 27 स्टेशन होंगे। 14 कि.मी. लंबे प्रथम कॉरिडोर का निर्माण ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच किया जा रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे। वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के मध्य लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर में 14 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिसके सभी स्टेशन ऐलीवेटिड होंगे।
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