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किशोरियों के सपनों को मंच देगा ‘हौसलों की उड़ान’

महिला हिंसा विरोधी पखवाड़े की शुरुआत पर किशोरियों द्वारा निकाले जा रहे अख़बार का हुआ विमोचन

लखनऊ। अजीम प्रेमजी फिलैंथ्रोपिक इनिशिएटिव के सहयोग से विज्ञान फाउन्डेशन संस्था द्वारा किशोरियों के सशक्तिकरण के लिए संचालित परियोजना ‘गिविंग विंग्स टू ड्रीमर्ज’ के तहत किशोरियों द्वारा शुरू किए गए अख़बार ‘हौसलों की उड़ान’ का विमोचन आज महिला हिंसा विरोधी पखवाड़े की शुरुआत पर प्रभारी सीसीआर पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ राघवेन्द्र जी ने किया। जिसमे पिंक बूथ की उप निरीक्षक नीलम पांडेय व महिला आरक्षी सुषमा ने भी प्रतिभाग किया। विमोचन कार्यक्रम में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती, किशोरियों के अभिभावक व विज्ञान फाउन्डेशन के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राघवेन्द्र ने कहा कि इस तरह की पहल निश्चित रूप से महिलाओं के सशक्तिकरण, सुरक्षा और सम्मान के रास्ते में एक कदम साबित होती हैं। किशोरियों ने अख़बार में जो भी आर्टिकल व सामग्री संकलित की है वो प्रशंसनीय है। इसके लिए विज्ञान फाउन्डेशन की टीम बधाई की पात्र है। उत्तर प्रदेश पुलिस भी महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा के ख़िलाफ़ बड़ी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उन्होंने किशोरियों को तीन मुख्य तरीके बताए जिससे वह अपने आप का बचाव कर सकती हैं। पहला किसी से भी बात करते वक़्त नज़रे झुका कर बात न करना, हिम्मत से आवाज़ उठाना और 1090 वीमेन पावरलाइन का उपयोग करना बताया। 

विमोचन कार्यक्रम में विज्ञान फाउन्डेशन की प्रोग्राम कोर्डिनेटर अंजू पाण्डेय ने कहा कि “बच्चे दुनिया का भविष्य हैं और इस दुनिया को सुन्दर बनाने की जिम्मेदारी आज के युवाओं के कन्धों पर है। आने वाला भविष्य हर लड़की और लड़के के सपनों में रंग भरने वाला हो, इसके लिए उनके रास्ते में पड़ने वाली हर बाधा को दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है। ऐसे में किशोरियों द्वारा शुरू किया जा रहा अख़बार जरूर ही किशोरियों के सपनों को एक मंच देगा। महिला हिंसा विरोधी पखवाड़े की शुरुआत इससे अच्छी और क्या हो सकती है की किशोरियों की आवाज सामने आए। विमोचन कार्यक्रम को अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। उन्होंने समाज को हिंसा मुक्त बनाने के अभियान में सभी के सहयोग और भूमिका पर बात की।कार्यक्रम में 125 से ज्यादा किशोरियों और उनकी माताओं ने भाग लिया।

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