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बाल निकुंज में टीचर्स व स्टूडेंट्स को खिलाई गई फाइलेरिया से बचाव की दवा

लखनऊ। फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है। जो एक बार हो जाती है तो वह ठीक नहीं हो सकती है। हम दवा खाकर इस बीमारी से बच जरूर सकते हैं। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल पल्टन छावनी शाखा में गुरुवार को आयोजित सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) अभियान में उक्त बातें राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. के.पी. त्रिपाठी ने कहीं।

उन्होंने विद्यालय के एमडी एचएन जायसवाल, प्रिंसिपल रश्मि शुक्ला, टीचर्स व स्टूडेंट्स को दवा खिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी टीचर्स व स्टूडेंट्स को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई। डा. केपी त्रिपाठी ने बताया कि फाइलेरिया की दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। निरंतर 5 वर्षों तक दवा सेवन कर इस बीमारी से बचा जा सकता है। दो साल तक के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को इस दवा का सेवन नहीं करना है। 

उन्होंने बताया कि खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है। यह दवा पूरी तरह सुरक्षित है और इसके सेवन से कोई नुकसान नहीं होगा। विद्यालय के एमडी एचएन जायसवाल ने कहाकि इस अभियान में हम सभी को सहयोग करना होगा तभी सफलता मिलेगी। फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया सहित अन्य बीमारियों से बचने के लिए सावधानी जरूरी है। इन बीमारियों से बचने के लिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना भी जरूरी है। 

वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक प्रशांत वर्मा व एम्बेड के समन्वयक धर्मेंद्र त्रिपाठी ने बच्चों को डेंगू, मलेरिया सहित अन्य मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के उपाय बताए। उन्होंने सभी से खाली बर्तनों, टायरों, कूलर, गमलों, घरों व उसके आसपास पानी एकत्र न होने देने की अपील की। क्योंकि डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। प्रिंसिपल रश्मि शुक्ला ने बच्चों से सभी को जागरूक करने और प्रत्येक रविवार को घरों में स्वच्छता अभियान चलाने के लिए कहा। जिला कुष्ट अधिकारी डा. सुमित सिंह ने सभी को कुष्ट रोगों के लक्षण और उससे बचाव के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर विद्यालय के एमडी एचएन जायसवाल, प्रिंसिपल रश्मि शुक्ला, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक प्रशांत वर्मा, यूसीएचसी अलीगंज के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी दीवानचंद वर्मा, एनएमए संजय शर्मा, एम्बेड के समन्वयक धर्मेंद्र त्रिपाठी, प्रोजेक्ट एसोसिएट हर्ष यादव, बीसीसीएफ शशि मिश्रा, युवा समाजसेवी निशांत राज सिन्हा, बोरा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज के बीएससी नर्सिंग स्टूडेंट मयंक प्रताप सिंह, सोनल तिवारी, मो. फिरदौस, शिवांगी त्रिपाठी, आरती गिरी सहित समस्त टीचर्स व स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।

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