Pages

विश्वनाथ मंदिर से ढोल नगाड़े संग भक्तिमय माहौल में निकली कलश यात्रा

13 से 19 दिसंबर तक होगी श्रीमद् भागवत कथा एवं रासलीला

लखनऊ। ‘‘जय सियाराम जय जय सियाराम...’’, ‘‘डूबतो को बचा लेने वाले मेरी नैया है तेरे हवाले...’’ जैसे भजनों संग पीला वस्त्र धारण किये महिलाएं सिर पर मंगल कलश लेकर निकली तो माहौल भक्तिमय हो गया। मौका था बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से महिला सत्संग मण्डल द्वारा विश्वनाथ मन्दिर के 30वें स्थापना दिवस के मौके पर श्रीरामलीला पार्क सेक्टर-’ए’ सीतापुर रोड योजना कालोनी में 13 दिसम्बर से शुरू होने वाले श्रीमद् भागवत कथा एवं रासलीला की पूर्व संध्या पर रविवार को निकली कलश यात्रा का। मन्दिर परिसर से शुरू हुई कलश यात्रा महादेव होटल चौराहा, राम-राम बैंक चौराहा, इंजीनियरिंग कालेज चौराहा, सर्वेश्वरनाथ मन्दिर, मनोकामना मन्दिर, सेक्टर-’ए’ सीतापुर रोड योजना कालोनी व पल्टन छावनी सहित विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए वापस विश्वनाथ मन्दिर पर पहुंचकर सम्पन्न हुई। 

कलश यात्रा में सिर पर मंगल कलश रखे महिलायें शंखनाद, ढोल नगाड़ों की धुन पर भजन-कीर्तन व भगवान के जयकारे लगाते हुये चल रही थी। वहीं "नंद बाबा के प्राण पियारे, यशुमति के अखियन के प्यारे..." व "आओ यशुमति के ललनवा मोरे हृदय अंगनवा...", जैसे संकीर्तन से माहौल भक्तिमय हो गया। बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल के एमडी एचएन जायसवाल, प्रिंसिपल रश्मि शुक्ला व टीचर्स के साथ ही भक्तों ने जगह-जगह कलश यात्रा का जोरदार स्वागत कर आरती की। जिसके पश्चात विश्वनाथ मंदिर से कलश यात्रा बख्शी का तालाब में स्थित ऐतिहासिक माँ चन्द्रिका देवी मंदिर पहुंची। जहां भक्तो ने मां चंद्रिका देवी के दर्शन कर पूजा अर्चना की। फिर मंत्रोच्चार के बीच कलश में गोमती नदी का जल भरकर सभी भक्त वापस विश्वनाथ मंदिर पहुंचे।

कलश यात्रा में कमलेश दूबे, कांती पाण्डेय, नीलम पाण्डेय, ऊषा मिश्रा, रामकुमारी सोनी, सावित्री सिंह, सुनीता दुबे, सरोज पांडेय, पूर्व पार्षद बृज किशोर पाण्डेय, जगत नारायण दूबे, पं. वरूण श्याम पाण्डेय, पं. तरुण श्याम पांडेय, कौशल किशोर पाण्डेय, मनोज दुबे, शम्भू शरण वर्मा सहित काफी संख्या में भक्तगण मौजूद थे। महिला सत्संग मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती कमलेश दुबे ने बताया कि 13 दिसम्बर से 19 दिसम्बर तक प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से सांय 4 बजे तक कथा व्यास आचार्य पं. गोविंद मिश्रा कथा सुनाएंगे और सांय 6 से 9 बजे तक किशोरी रासलीला समिति वृंदावन के कलाकार भव्य रासलीला प्रस्तुत करेंगे। 20 दिसम्बर को पूर्णाहुति व विशाल भण्डारे के साथ श्रीमद् भागवत कथा का समापन होगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ