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बैंक ऑफ बड़ौदा ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक आत्मनिर्भर भारत रन अल्ट्रा-मैराथनर कुमार अजवानी को किया सम्मानित

लखनऊ। बैंक ऑफ बड़ौदा ने आज अल्ट्रा-मैराथनर और एफएबी फाउंडेशन के संस्थापक-निदेशक कुमार अजवानी को कश्मीर से कन्याकुमारी (K2K) तक 4,444 किलोमीटर की आत्मनिर्भर भारत रन जारी रखने के लिए सम्मानित किया। श्री अजवानी की यह दौड़ 77 दिनों में पूरी होगी।

61 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक, अजवानी, दो प्रमुख मकसद को लेकर K2K रन चला रहे हैं, पहला क्यूएमटीआई (क्वीन मैरीज टेक्निकल इंस्टीट्यूट) के जरिए विकलांग सैनिकों के पुनर्वास को सपोर्ट करने के लिए और दूसरा टीम एफएबी फाउंडेशन के जरिए महाराष्ट्र में आदिवासी स्कूलों को अपग्रेड करने के लिए। बैंक ऑफ बड़ौदा इस नेक काम में उनका समर्थन करता है और इस दौड़ से जुड़कर गर्व महसूस करता है।

इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा, पुणे जोन के जनरल मैनेजर मनीष कौरा ने कहा, “हम कुमार अजवानी और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हैं और इस दौड़ से जुड़कर सम्मानित महसूस कर रहे हैं जो हमारे राष्ट्र रक्षकों की सेवा करने के बैंक के आदर्श वाक्य - "शौर्य का सम्मान-बैंक ऑफ बड़ौदा का शान" के अनुरूप है।”

सम्मान समारोह में किरकी के स्टेशन कमांडर, ब्रिगेडियर डी जी पटवर्धन; क्यूएमटीआई- पुणे के सीईओ, कर्नल राहुल बाली (सेवानिवृत्त) और बैंक ऑफ बड़ौदा, पुणे सिटी रीजन के रीजनल हेड विकास कुमार मौजूद रहे। 

बैंक ऑफ बड़ौदा का शुक्रिया अदा करते हुए कुमार अजवानी ने कहा, “आत्मनिर्भर भारत रन एक ऐसी दौड़ है जिसकी योजना, टीम एफएबी फाउंडेशन ने विकलांग सैनिकों को लेकर  जागरूकता पैदा करने और फंड जुटाने तथा आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए तैयार की। इस रन को स्पॉन्सर करने के लिए मैं बैंक ऑफ बड़ौदा को धन्यवाद देता हूं और सैनिकों को बैंक ऑफ बड़ौदा के डिफेंस सैलरी पैकेज अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित करता हूं।”

बैंक ऑफ बड़ौदा ने डिफेंस बैंकिंग वर्टिकल बनाया है और विभिन्न सेंटर्स पर डिफेस बैंकिंग एडवाइजर नियुक्त किया है। ब्रिगेडियर (डॉ.) संजीव देवस्थली, पुणे में डिफेस बैंकिंग एडवाइजर हैं।

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