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यूपी महोत्सव : मौसम की लुकाछिपी के बीच उमड़ी भीड़, खरीदारी संग लोगों ने की मस्ती

कवियों की बानगी ने श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध

लखनऊ। सहारनपुर के फर्नीचर हो या भदोही की कालीन, सेक्टर-"ओ" पोस्टल ग्राउंड में चल रहे 14वें यूपी महोत्सव में लगे विभिन्न जनपदों के उत्पाद न सिर्फ सभी को आकर्षित कर रहे हैं। बल्कि लोग खरीदारी भी कर रहे हैं। यही नहीं फन जोन में लगे झूलों पर बच्चों संग मस्ती करना और फ़ूड जोन में तरह-तरह के व्यंजनों का लुत्फ लेना लोग नहीं भूल रहे हैं। बीते तीन दिनों से मौसम में आये बदलाव का भी महोत्सव पर कोई असर नहीं दिख रहा है। शनिवार को सुबह से बादलों की लुका छिपी और सर्द हवाओं के बीच रुक रुक कर हुई बारिश के बावजूद महोत्सव में भीड़ उमड़ी। इस दौरान लोगों ने खूब खरीदारी भी की। जिससे दुकानदारों में उत्साह दिखा। 

यूपीएचसी रहीमनगर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. मृदुल सिंह की देखरेख में लगे वैक्सीनेशन कैम्प में लोगों ने वैक्सीन भी लगवाई। इस दौरान एएनएम बीना यादव, मंजू सिंह, साकिब मौजूद रहे।

प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहे 14वें यूपी महोत्सव के सोलहवें दिन शनिवार को कवियों की बानगी ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कोविड प्रोटोकाल के तहत आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में आयोजित यूपी महोत्सव के सोलहवें दिन माँ विन्ध्यवासिनी संस्था द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें साधना मिश्रा, प्रवीण श्रीवास्तव, शशि बाला श्रीवास्तव, अर्जुन श्रीवास्तव, भगवती प्रसाद मिश्रा सहित अन्य कविओं ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को रससिंचित किया। 

इस अवसर पर प्रतिमा पांडेय और कार्तिकेय पांडेय ने फिल्मी और गैर फिल्मी गीतों पर नृत्य कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। समारोह में प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को संस्था की संरक्षिका डॉ. शालिनी मिश्रा, साधना मिश्रा, नीलम शुक्ला द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, एनबी सिंह, प्रिया पाल, पवन पाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। हालांकि दोपहर बाद हुई तेज बारिश के कारण शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित रहे, लेकिन इसका महोत्सव पर कोई खास असर नहीं दिखा। दिन में निकली हल्की धूप में महोत्सव घूमने आए लोगों ने सहारनपुर के फर्नीचर, भदोही की कालीन, उत्तराखण्ड की बाल मिठाई, स्वंय सहायता समूहो के स्टालो से अचार, मुरब्बा, पापड़, गर्म कपड़ो की खरीदारी की। तो वहीं दूसरी ओर बच्चों सहित बड़ों ने स्वादिष्ट व्यंजनों और झूलो का लुत्फ उठाया।

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