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मच्छरजनित बीमारियों के प्रति किया जागरूक, रवाना किया जागरूकता रथ

लखनऊ। विश्व मलेरिया दिवस पर सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने फैमिली हेल्थ इंडिया की एम्बेड परियोजना के तहत संचालित मलेरिया जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर सीएमओ ने कहाकि मलेरिया मच्छरजनित बीमारी है। अगर हम मच्छर पनपने ही न दें तो इससे बचा जा सकता है। इसके अलावा बुखार होने पर लापरवाही न बरतें, अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता को बताएं या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं। स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
वहीं गोमती नगर स्थित सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल में विद्यार्थियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव ने कहाकि मलेरिया मादा एनफिलीज मच्छर के काटने से होता है। घर और आस-पास कहीं भी पानी न इकट्ठा होने दें। लोगों को बताएं कि वह हर सप्ताह कूलर का पानी बदलें। मच्छररोधी क्रीम का उपयोग करें, फुल आस्तीन के कपड़े पहनें और घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छर घरों में प्रवेश ही न करने पाएं। इसके अलावा फ्रिज और गमलों की ट्रे, टूटे हुए बर्तनआदि में पानी न इकट्ठा होने दें। यदि कहीं पानी इकट्ठा है तो वहाँ पर जले हुए मोबिल ऑयल या मिट्टी के तेल की कुछ बूंदें डाल दें।
जिला मलेरिया अधिकारी ने कहाकि यदि तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, ठंड लगना, अत्यधिक पसीना आना, मिचली व उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो इसे नजरअंदाज न करें और न ही स्वयं कोई इलाज करें। तुरंत आशा कार्यकर्ता या स्वास्थ्यकर्मी से संपर्क करें या पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं। स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच और इलाज निशुल्क उपलब्ध है। कोरोना संक्रमण का भी डर है। इसलिए मास्क लगाएं, दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करें और अपने हाथों को साबुन और पानी से धोते रहें।
इसके अलावा फैजुल्लागंज क्षेत्र और चारबाग रेलवे स्टेशन पर मलेरिया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मलेरिया निरीक्षक, एम्बेड परियोजना के जिला समन्वयक धर्मेन्द्र, स्वयंसेवी संस्था पाथ से शिवम, शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।

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