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चैती महोत्सव : "सिया निकली अवध की ओर होलिया खेले रामलला..."

लखनऊ। श्रीराम लीला मैदान ऐशबाग में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022 की सातवीं सांस्कृतिक संध्या अवधी लोकगीतों संग लोकनृत्य के नाम रही। सातवीं सन्ध्या का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर श्रीराम लीला समिति के अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल और सचिव पं. आदित्य द्विवेदी ने उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक को अयोध्या के प्रस्तावित श्रीराम मंदिर का स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।

संगीत से सजे कार्यक्रम का आरम्भ अदिति गौतम, पूजा शुक्ला, दामिनी संत, अंजलि कंठवाल, पलक गुप्ता, शौर्य सिंह, ईशान श्रीवास्तव और स्वरा त्रिपाठी ने "सिया निकली अवध की ओर होलिया खेले राम लला..." पर आकर्षक अवधी लोकनृत्य की प्रस्तुति से की। आंचल समाज उत्थान सेवा समिति की प्रस्तुति के तहत आरती शुक्ला के नृत्य निर्देशन में आरती शुक्ला, अंशिका शुक्ला, तनुप्रिया द्विवेदी, सम युक्ता, सुदीक्षा शुक्ला ने  दुर्गा स्तुति पर भावपूर्ण प्रस्तुति दी। मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के पश्चात ब्रज लोककला मंडल की प्रस्तुति के अंतर्गत जागृति पाल के नृत्य निर्देशन में अर्चना, खुशबू वर्मा, वर्षा, दीक्षा, दीपक शर्मा और अनमोल ने "श्याम पिया तेरी होरी हो..." पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। 
कार्यक्रम में संदीप शर्मा एण्ड ग्रुप के कलाकारों ने हरियाणवी नृत्य व भास्कर नाट्य कला मंदिर कोलकता के कलाकारों ने राजा हरीशचंद्र नाटक की उत्कृष्ट प्रस्तुति दी। ऋचा तिवारी, मनीषा यादव, रत्ना ओझा, विहा, काशवी, काव्य, वाणी, अनामिका तिवारी, निधि निगम, आराध्या शर्मा ने राजस्थानी नृत्य की मनोरम छटा बिखेरी। अंजुली श्रीवास्तव ने अपनी खनकती हुई आवाज में "तेरे चरणो में रखकर...", "राम नाम अति मीठा है कोई गाकर देख ले...", "जन्मे अवध रघुराई चैत ही मासे..." और "कोठे ऊपर कोठरी..." जैसे अन्य लोकगीत को सुनाकर श्रोताओं का दिल जीता। कार्यक्रम में अमृत सिन्हा व साथी कलाकारों ने भी भरतनाट्यम नृत्य की सुरभि बिखेरी।

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