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चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की मूर्ति को 22 साल से नहीं मिला ठिकाना

चिनहट के कला गांव में रखी है सरकारी खर्चे से बनी मूर्ति

लखनऊ। भारत के प्रथम चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की मूर्ति 22 साल से अपनी जगह पाने का इंतजार कर रही है। वर्ष 1998 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह सरकार में सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की मूर्ति बनी थी। संस्कृति विभाग की तरफ से करीब साढेÞ तीन लाख रुपये की लागत से मूर्ति बनी, लेकिन यह अब तक नहीं लगाई जा सकी है। चिनहट के कला गांव पार्क में मूर्ति पड़ी है। इसके लिए मुख्यमंत्री, राज्यपाल को मूर्ति लगवाने के संदर्भ में कई बार पत्राचार भी किया गया लेकिन मूर्ति नहीं लगी। अब एक बार फिर चक्रवती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की जयंती के अवसर पर मूर्ति लगाए जाने की मांग उठी है। सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य केयर फाउंडेशन ने मूर्ति लगाने के साथ ही 23 अप्रैल को जयंती को अवकाश घोषित किए जाने की मांग राज्य सरकार से की है। 


संस्था के कोषाध्यक्ष लल्ला जी मौर्य ने बताया कि चारबाग स्थित रवींद्रालय आॅडिटोरियम में चंद्रगुप्त मौर्य जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उस समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद रहे केशव प्रसाद मौर्य और विशिष्ट अतिथि के रूप में मेयर डॉ दिनेश शर्मा मौजूद की मौजूदगी में चंद्र्रगुप्त मौर्य की मूर्ति लगाने की घोषणा हुई थी। सरकारी खर्चे पर बनी इस मूर्ति को शहर के महत्वपूर्ण पार्क में लगना तय हुआ था। लेकिन प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही से मूर्ति नहीं लग सकी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मौजूदा में भी भाजपा सरकार है और केशव मौर्य डिप्टी सीएम हैं। ऐसे में मूर्ति लगवाने का प्रयास किया जाएगा। लल्ला जी मौर्य ने बताया समाज में 14 प्रतिशत आबादी होने के बाद भी सरकारी वकीलों के चयन में जगह नहीं है। शैक्षिक संस्थानों का नाम समाज के महापुरूषों के नाम, चंद्रगुप्त मौर्य की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश व किसी शहर का नामकरण किए जाने की मांग प्रदेश सरकार से की गई है।


बुधवार को एक होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान जयंती समारोह की जानकारी देते हुए महामंत्री रामआशीष मौर्य ने बताया कि 15 अप्रैल को जानकीपुरम विस्तार, नहर रोड पर जयंती समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान समाज के प्रतिभावान छात्र- छात्राओं, मंत्री, विधायक तथा अन्य प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री जसवंत सैनी एवं विशिष्ट अतिथि विधायक भगवान सिंह कुशवाहा, गुरु प्रसाद मौर्य, श्रीमती आशा मौर्या, श्रीमती उषा मौर्या की मौजूदगी रहेगी। 


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