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अतिक्रमण मुक्त होगा डण्डईया बाजार, व्यापारियों ने बनाई ये रणनीति


खुद अपनी दुकानों को पीछे करेंगे डण्डईया बाजार के व्यापारी

लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा)। बढ़ती आबादी के साथ ही बाजारों व वाहनों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इससे सड़कों पर बढ़ता अतिक्रमण व बेतरतीब पार्किंग लोगों के लिए मुसीबत बन चुकी है। हालत यह है कि सड़कों पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। यातायात जाम व अतिक्रमण की समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद जिलाधिकारी से लेकर सभी जिम्मेदार विभागों के अधिकारी सड़कों पर उतरे और एक बार फिर राजधानी को अतिक्रमण मुक्त बनाने की कवायद तेज हो गई। कई मार्गों पर ई रिक्शा व टैंपो को प्रतिबंधित कर दिया गया है और लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए व्यापारी भी आगे आये हैं। क्योंकि अतिक्रमण की वजह से न सिर्फ राहगीरों को आवागमन में खासी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है बल्कि इसका व्यापारियों के कारोबार पर भी खासा असर पड़ता है। ऐसे में आमजनता को हो रही दिक्कतों के मद्देनजर डण्डईया बाजार के व्यापारियों ने भी सराहनीय पहल करते हुये अभियान चलाकर खुद अपनी दुकानों को सड़क के दोनों ओर आठ आठ फिट पीछे करने का फ़ैसला किया है। 
डण्डईया बाजार उद्योग किसान व्यापार मंडल के अध्यक्ष हाफिज जलील अहमद सिद्दीकी व महामंत्री रितेश कुमार गुप्ता के नेतृत्व में स्थानीय व्यापारियों ने अतिक्रमण, यातायात व्यवस्था, सड़क सुरक्षा पर महत्वपूर्ण बैठक कर इन मुद्दों पर प्रशासन के साथ सहयोग करने का निर्णय लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी व्यापारी 2 दिन में स्वयं अपनी दुकानें सड़क से 8 फिट पीछे कर लेंगे और फुटपाथ को बिल्कुल खाली व स्वच्छ रखेंगे। जिससे आवागमन में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो और यातायात सुचारू रूप से चलता रहे। 
संगठन के उपाध्यक्ष ताज खान ने बताया कि इस पहल से बाजार अतिक्रमण मुक्त होगा और ग्राहकों को वाहन खड़ा करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि बाजार की खूबसूरती के लिए पूर्व में भी इस तरह के कदम उठाए गए थे। 

पहले भी कर चुके हैं पहल
संगठन के अध्यक्ष हाफिज जलील अहमद सिद्दीकी व महामंत्री रितेश कुमार गुप्ता ने कहाकि किसी भी व्यवस्था को सुधारने के लिये प्रबल इच्छा होनी चाहिये। पहले भी व्यापारी वर्ग आगे बढ़कर अपनी बात को कहता व करता रहा है और इस बार भी व्यापारियों के सहयोग से स्थाई समाधान निकालकर डण्डईया बाजार अनोखा उदाहरण प्रस्तुत करेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 व वर्ष 2016 में भी व्यापारियों ने पहल करते हुये अपनी दुकानों को पीछे किया था। जिससे सबक लेते हुये कई बाजार के व्यापारियों ने भी ऐसी ही पहल की थी। व्यापारियों की इस पहल से न सिर्फ बाजार की सूरत बदलेगी बल्कि लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत मिलने के साथ ही व्यापारियों के कारोबार में भी इजाफा होगा।

उपलब्ध है हर वर्ग के लिए हर सामान
ट्रांसगोमती क्षेत्र के प्रमुख बाजारों में शामिल महानगर व अलीगंज को जोडने वाली डण्डईया बाजार में पिछले करीब तीन दशक में दुकानों का तेजी से फैलाव हुआ है। यहां हर वर्ग के लिए हर सामान उपलब्ध है और मड़ियांव, महानगर, अलीगंज, विकासनगर, खुर्रमनगर, कल्याणपुर, सर्वोदय नगर व जानकीपुरम सहित ट्रांसगोमती के कई इलाकों से लोग इस बाजार में खरीददारी करने आते हैं। लेकिन कुछ दुकानदारों द्वारा दुकाने आगे तक बढ़ा लेने व सड़क के किनारे ठेले-खोमचे लगने से लोगों को आवागमन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
काम्पलेक्सों के बेसमेंट में चल रही दुकानें
बढ़ती दुकानदारी ने दुकानों का स्वरूप ही बदल दिया है। कभी टीन-शेड में चलने वाली दुकानों ने वर्तमान में शोरूम का रूप ले लिया है और यहां कई व्यवसायिक काम्पलेक्स बन चुके हैं। अधिकांश कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट बनाकर दुकानें बेची गई। जबकि पार्किंग की व्यवस्था न होने से वाहन सडक पर ही खड़े होते हैं। 
वर्ष 2005 में चला था अभियान
नगर निगम के तत्कालीन नगर आयुक्त आलोक कुमार की अगुवाई में वर्ष 2005 में अभियान चलाया था। नगर आयुक्त के दौरे के दौरान अतिक्रमण की शिकायत पर विरोध के बाद भी कार्रवाई की गई थी। इस दौरान व्यापारियों ने एकजुट होकर खुद दुकानों को पीछे करने और सड़क को अतिक्रमण से मुक्त करने की पहल की थी।

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