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अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में 1,060 से ज्यादा शाखाएं खोलेगा एचडीएफसी बैंक

मुंबई। एचडीएफसी बैंक ने घोषणा करके बताया कि इसने भारत में गहराई तक उतरने के लिए ग्रामीण बैंकिंग क्रियाकलाप की रूपरेखा तैयार की है। बैंकिंग उत्पादों को भीतरी इलाकों में और ज्यादा आगे तक ले जाने के लिए, ग्रामीण बैंकिंग इस दिशा में बैंक के मौजूदा अभियानों को संगठित करेगी और उसे अंतिम छोर तक लेकर जाएगी।

बैंक के ‘फ्यूचर - रेडी’ प्रोजेक्ट के तहत रिटेल ब्रांच बैंकिंग द्वारा तैयार, ग्रामीण बैंकिंग व्यवसाय अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिनका एक बड़ा हिस्सा अभी भी इसके दायरे से बाहर है। 
बैंक के साथ 19 सालों से ज्यादा समय से काम कर रहे अनिल भवनानी को राष्ट्रीय ग्रामीण बैंकिंग हेड के रूप में नियुक्त किया गया है। मौजूदा समय में बैंक की 6,342 शाखाओं में से 50 प्रतिशत शाखाएं अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में हैं, और शेष 50 प्रतिशत शाखाएं मेट्रो और शहरी इलाकों में हैं। दूरदराज के इलाकों में बैंक शाखाओं की सेवाओं का विस्तार करने के लिए बैंक कॉमन सर्विस सेंटर्स (सीएससी) के विलेज़ लेवल एंट्रप्रेन्योर्स (वीएलई) के साथ भी काम करता है।
ग्रामीण बैंकिंग व्यवसाय अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में उत्पाद व सेवाओं का संपूर्ण संग्रह प्रदान करेगा। इसके लिए बैंक इन दृष्टिकोण के साथ काम करेगा :
1. वितरण नेटवर्क - ग्रामीण इलाकों में अपने वितरण का विस्तार करने के लिए बैंक इस वित्तवर्ष अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में 1,064 से ज्यादा शाखाएं खोलेगा। 
2. सामरिक साझेदारी - उपभोक्ता व्यवहार, उपभोक्ता संतुष्टि, सेवा के डिज़ाईन व सेवा की आपूर्ति के मामले में विकसित होते परिदृश्य को समझकर ‘ग्रामीण प्रथम’ की रणनीति का निर्माण करने के लिए बैंक ने इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट, आनंद के साथ गठबंधन किया है।
3. नए उत्पाद व सेवाएं - ग्रामीण परिवहन अर्थव्यवस्था, वन अर्थव्यवस्था, कृषि अर्थव्यवस्था, एवं अन्य सहयोगी गतिविधियों के मामले में नए उत्पाद व सेवाओं का गठन।
4. वन स्टॉप शॉप समाधान - छोटे किसानों, कर्मचारियों व व्यापारियों को वन स्टॉप शॉप समाधान प्रदान करने पर केंद्रण।
5. वित्तीय साक्षरता जागरुकता - बचत की अच्छी आदतों और वित्तीय साक्षरता के बारे में जागरुकता बढ़ाना।
एचडीएफसी बैंक में सीनियर एग्ज़िक्यूटिव वाईस प्रेसिडेंट एवं नेशनल ग्रामीण बैंकिंग हेड अनिल भवनानी ने कहा, ‘‘हम बैंक के विश्वस्तरीय उत्पाद व सेवाएं भारत के सबसे दूरदराज के हिस्सों तक ले जाने के लिए उत्साहित हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक चुनौती एवं एक अवसर, दोनों है, और मैं इस दिशा में काम करने के लिए बहुत उत्साहित हूँ। बैंक की 50 प्रतिशत शाखाएं कई सालों से अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में हैं। इस बढ़े हुए फोकस के साथ, हम इस वित्तवर्ष अर्द्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में और ज्यादा शाखाएं खोलेंगे। ये शाखाएं हमारे टचप्वाईंट्स हैं, जिनके माध्यम से हम इन बाजारों के लिए विशेष रूप से डिज़ाईन किए गए उत्पादों का निर्माण करके ग्रामीण इलाकों की जरूरतों को समग्र रूप से पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं।’’

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