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वन अवध मॉल : बोहो हाट में दिखा स्वदेशी कारीगरों के हस्तनिर्मित उत्पादों का क्रेज

फैशनेबल जूलरी और ट्रेडिंग होम डीकोर के स्वदेश निर्मित उत्पादों से मिला कौशल को विकास 

लखनऊ। आधुनिक फैशन के दौर में फंकी कलात्मक आभूषण व धागों से निर्मित वस्तुओं का क्रेज है। फैशन फ्रीक लोगों को देखते हुए राजधानी के वन अवध सेंटर मॉल में दो दिवसीय बोहो हाट का आयोजन किया गया। 11 से 12 जून को आयोजित इस बोहो हाट में आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल के प्रोडक्टर्स को प्रोत्साहित किया गया। बोहो हाट में सिल्क थ्रेड, कॉटन थ्रेड व अन्य आकर्षक वस्तुओं से बनी फंकी ज्वेलरी, बैग, चप्पल, चादर, दरी और अन्य घरेलू सजावट के सामानों के स्टॉल लगाए गए। जिसमें लोगों ने जमकर खरीदारी की।
कई तरह के हस्तनिर्मित स्वदेशी उत्पाद के लगे स्टॉल

वन अवध मॉल की एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट सरस्वती ने बताया कि हमने बोहो हाट के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने का प्रयास किया है। बोहो हाट में हुनर के उस्ताद कारीगर अपने साथ ज्वैलरी सेट, कॉटन के धागे से बने हैंडलूम, कंगन सेट, घरेलू साज सज्जा के समान आदि के शानदार उत्पाद लेकर आए। ये सभी सामान बेहद आकर्षक और मॉल में आकर्षण का केंद्र भी रहे। बोहो हाट में हाट में कारीगरों की स्वदेशी हस्तनिर्मित शानदार उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। जिसमें जमकर बिक्री हुई। बोहो हाट के स्टॉल मॉल परिसर में लगाएं गए। 
उन्होंने कहा कि बोहो हाट के माध्यम से कई कामगारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यहां से पहचान मिलेगी। साथ ही देश में भी लोगों को रोजगार बढ़ाने में सहयोग मिलेगा। बोहो हाट से हमने स्वदेश में निर्मित वस्तुओं से लोगों को जोड़ने और रोजगार प्रदान करने का काम किया। हमारा उद्देश्य गांव व कस्बे के लोगों को काम के साथ उनके कौशल को आगे बढ़ाने और प्रोत्साहन देना है। साथ ही मॉल में आने वाले लोगों को भारतीय संस्कृति और कौशल से जुड़ने का मौका भी मिला।

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