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12 दिवसीय 'रामोत्सव-2022' का आगाज 26 सितम्बर से, दिखेंगे कई बदलाव

लखनऊ। श्रीराम लीला समिति ऐशबाग के तत्वावधान में 26 सितम्बर से 7 अक्टूबर तक श्रीराम लीला समिति प्रांगण में होने वाले 'रामोत्सव -2022' में इस बार शोभायात्रा दिन में निकलेगी। इसके साथ ही कई बदलाव भी देखने को मिलेंगे। इस बात की जानकारी शनिवार को तुलसी सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में समिति के सचिव पं. आदित्य द्विवेदी और अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल ने संयुक्त रूप से दी। हरीश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस बार रामोत्सव के मंच को इस बार भगवान राम के विभिन्न स्वरूपों से सजाया जा रहा है। जहां प्रभु श्रीराम के कई रूपों के दर्शन भक्तों को होंगे। वहीं पहली बार श्रीराम राज्याभिषेक और भरत मिलाप का मंचन लीला स्थल पर बने मंच पर ही होगा।

उन्होंने बताया कि 'रामोत्सव -2022' का शुभारम्भ 26 सितम्बर से होगा, जिसके अंतर्गत गणेश जन्म, आकाशवाणी, राम जन्म, विश्वामित्र का राम को ले जाना, ताड़का वध, मारी सुबाहु वध, अहिल्या उद्धार लीला होगी। 27 सितम्बर को फुलवारी लीला, जनक प्रतिज्ञा, धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, परशुराम लक्ष्मण संवाद, राम जानकी विवाह, विदाई लीला होगी।
उन्होनें बताया कि 28 सितम्बर को बारात का अयोध्या प्रस्थान, राम राज्याभिषेक की घोषणा, दशरथ कैकई संवाद, राम वन गमन, प्रजा विद्रोह लीला होगी। 29 सितम्बर को निषादराज राम मिलन, केवट संवाद, सुमंत्र का वापस जाना, दशरथ विलाप, श्रवण कुमार कथा, दशरथ स्वर्ग गमन, कैकई भरत संवाद, मंथरा का महल से निष्कासन और कैकई परित्याग लीला होगी। 30 सितम्बर को कुटिया निर्माण, सीता स्वप्न दर्शन, भरत का वन प्रस्थान, निषादराज भरत संवाद, भरत राम मिलन, भरत का चरण पादुका लेकर वापस जाना, भरत का महल त्याग देना, नंदीग्राम गमन, कैकई भरत संवाद एवं कैकई मिलाप लीला होगी।
समिति के अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल ने बताया कि 1 अक्टूबर को सूर्पनखा का राम के प्रति कामातुर होना, लक्ष्मण द्वारा नासिका विच्छेदन, सूर्पनखा का रावण के दरबार जाना, रावण मारीच संवाद, सीता हरण, जटायु वध, सीता खोज और जटायु राम संवाद लीला होगी। 2 अक्टूबर को राम शबरी मिलन, राम हनुमान मिलन, राम सुग्रीव मिलन, अंगद तारा संवाद, बाली तारा संवाद, सुग्रीव बाली युद्ध, बाली वध, तारा विलाप लीला होगी। 3 अक्टूबर को अशोक वाटिका में रावण सीता संवाद, त्रिजटा सीता संवाद, राम लक्ष्मण संवाद, क्रोधित लक्ष्मण का सुग्रीव के पास जाना, सीता खोज, संपाती मिलन, हनुमान का लंका प्रस्थान, समुद्र लांघना, विभीषण हनुमान संवाद, रावण सीता संवाद, हनुमान सीता संवाद, अशोक वाटिका विध्वंस, अक्षय वध, हनुमान का ब्रह्मफांस में बंधना, रावण हनुमान संवाद और लंका दहन लीला होगी। हरीश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि 4 अक्टूबर को रामा दल में हनुमान का चूड़ामणि देना, दरबार से विभीषण का निष्कासन, राम विभीषण मिलन, विभीषण राज्याभिषेक, समुद्र पूजा, सेतुबंध स्थापना, रावण अंगद संवाद, युद्ध घोषणा, दुर्मुख वध, कुंभकरण रावण संवाद, कुंभकरण वध, नाग फांस, लक्ष्मण शक्ति, संजीवनी लाना व मेघनाथ वध लीला होगी। 5 अक्टूबर को विजयादशमी, मंदोदरी रावण संवाद, मेघनाथ वध, रावण वध एवं पुतला दहन और आतिशबाजी होगी। उन्होंने बताया कि 6 अक्टूबर को भरत मिलाप शोभायात्रा ऐशबाग रामलीला परिसर से निकाली जायेगी, जो राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए वापस रामलीला परिसर पहुंचेगी। जहां पर भरत मिलाप और राम का राज्याभिषेक एवं बधाई गीतों संग लोकनृत्य की मनोरम प्रस्तुति होगी। 7 अक्टूबर को रामोत्सव 2022 का समापन लवकुश लीला के साथ होगा। इस अवसर पर रामलीला समिति के कोषाध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल, सर्वेश अस्थाना भी मौजूद थे।

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