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रचनात्मक पुस्तकों संग बच्चों को भा रहा खेल-खिलौनों का संसार

शिवमूर्ति ने पढ़े उपन्यास के अंश, हुआ विप्लव-4 का विमोचन 

लखनऊ। बलरामपुर गार्डन अशोक मार्ग में चल रहे 10 दिवसीय उन्नीसवें पुस्तक मेले में बच्चों के लिए आकर्षक किताबों के साथ ही साइटिफिक गेम्स, माइंड गेम्स के संग बहुत कुछ है। दूसरे दिन शनिवार को रचनाकार शिवमूर्ति के नये उपन्यास के उनके द्वारा पढ़े गये अंश साहित्य प्रेमियों को श्रवण सुख दे गये तो काव्य रसधार यहां बराबर बही। रविवार से यहां साहित्यिक मंच पर कुछ और आयोजन जुड़ेंगे। 
हर घर पुस्तकालय थीम की मुहिम में इजाफा करने वाले इस मेले में प्रत्येक पुस्तक पर कम से कम 10 प्रतिशत छूट दी जा रही है। मेला पुस्तक प्रेमियों के लिए दो अक्टूबर तक प्रतिदिन प्रातः 11 से रात नौ बजे तक खुला रहेगा।
गांधी जयंती तक चलने वाले इस पुस्तक मेले में स्कूली किताबों से अलग रचनात्मक पुस्तकों और खेल-खिलौनों का संसार है। इकतारा भोपाल की आकर्षक चित्रों वाली कविता कहानियों की किताबें हैं। एजूकेशनल एण्ड साइंटिफिक एड्स के स्टाल पर टेलिस्कोप, माइक्रोस्कोप से लेकर कई तरह के यंत्र हैं। प्रकाशन विभाग के स्टाल में राष्ट्रनायकों ओर लोक का प्रेरक बाल साहित्य खूब है। याशिका इण्टरप्राइजेज में चार्ट जैसी सामग्री है तो उसके अलावा माइंड डेवलप ट्वायज़ का एक स्टाल मेले में है। स्कूलों और शिक्षकों के लिए भी यहां उपयोगी सामग्री है। 
साहित्यिक मंच पर कार्यक्रमों को आगाज नवसृजन संस्था के संयोजन में हुए काव्य समारोह से हुआ। कुच्ची का कानून, कसाईबाड़ा जैसी कथाओं के चर्चित लेखक शिवमूर्ति ने अपने शीघ्र प्रकाश्य उपन्यास अगम बहै दरियाव के अंश पढ़ते हुए उनमें लिए असल जीवन के किरदारों के बारे में बताया। ग्रामीण परिवेश के इस उपन्यास के आयोजन में शैलेन्द्र सागर, मनोजकुमार पाण्डेय, वीरेन्द्र सारंग, वीरेन्द्र यादव, नागेन्द्र आदि अनेक रचनाकार उपस्थित थे। इसके तुरंत बाद राजकमल द्वारा प्रकाशित और आनन्द यशपाल द्वारा सम्पादित कथा संग्रह विप्लव-4 का विमोचन हुआ। साथ ही कथाओं के विषय पर साहित्यकारों की उपस्थित पर बातचीत हुई। यहां सम्पादक के साथ ही प्रगतिशील आलोचक वीरेन्द्र यादव के अलावा वरिष्ठ पत्रकार व उपन्यासकार नवीन जोशी ने विचार व्यक्त किये। इससे पहले कविता लोक सृजन संस्थान द्वारा भारती पायल के संयोजन में आचार्य ओम नीरव की चार पुस्तकों पर समीक्षा समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन में गोपालकृष्ण शर्मा मृदुल, देवकीनंदन शांत, कुमार तरल, अंजना मिश्रा आदि अनेक रचनाकारों ने शिरकत की। सुबह का दूसरा आयोजन चारू काव्यांगन के वार्षिक उत्सव और स्थापना दिवस समारोह का रहा। 
25 सितम्बर के कार्यक्रम
सुबह 11 बजे निखिल प्रकाशन की ओर से पुस्तक लोकार्पण
दोपहर 3 बजे वीरेन्द्र सांरग की पुस्तक का विमोचन
शाम 5 बजे लोक सेवा में नैतिकता विषय पर चर्चा 
शाम 6 बजे लेखिका शिवानी पर चर्चा 
शाम 7 बजे हिन्दी वांग्मय निधि की पुस्तक का विमोचन
इसके साथ ही बच्चों के लिए डांस, पेण्टिंग, कार्टून मेकिंग, निबंध लेखन, गायन आदि की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आनलाइन आयोजन हो रहा है। मेले के सहयोगी रेडियोसिटी, ओरिजिंस, किरण फाउंडेशन, ज्वाइन हैंड्स फाउंडेशन, ऑप्टीकुंभ, रेट्रोबी, सिटी एसेंस और ट्रेड मित्र पत्रिका हैं।

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