गोमती
नदी में गंदगी,
ट्रीटमेंट प्लांट को हो
औचक निरीक्षण : राज्यपाल
शहर
को साफ-सुथरा
रखना एक दायित्व
है
लखनऊ।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने
बुधवार को राजभवन
स्थित प्रज्ञाकक्ष से
आॅनलाइन जुड़कर नगर निगम
के सेवा संकल्प
दिवस के अवसर
पर आयोजित सेवाकुम्भ
समारोह को बतौर
अध्यक्ष सम्बोधित किया। उन्होंने
कहा कि नगर
के महापौर का
दायित्व है कि
शहर के निवासियों
को शुद्ध पेयजल
उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा
कि अपने भ्रमण
के दौरान उन्हें
अक्सर गोमती नदी
में गंदगी दिखाई
दी है। गोमती
नदी में जल
की सफाई के
लिए जो ट्रीटमेंट
प्लांट लगाए गए
हैं वे काम
कर रहे हैं
या नहीं इसे
आकस्मिक निरीक्षण कर प्राय:
चेक किया जाना
चाहिए।
राज्यपाल
ने सम्बोधन में
नगर निगम की
ओर से पूर्व
में आयोजित एक
अन्य समारोह का
उल्लेख भी किया
गया, जिसमें गोमती
को स्वच्छ रखने
के विविध प्रस्ताव
और सुझाव दिए
गए थे। उन्होंने
कहा कि नदी
को स्वच्छ रखने
के लिए उन
सुझावों पर विचार
किया जा सकता
है। गोमती नदी
किनारे झूलेलाल पार्क में
स्वच्छता कर्मियों एवं उनके
परिवार के सदस्यों
के अभिनंदन तथा
उनके लिए कई
योजनाओं के शुभारंभ
के लिए यह
आयोजन किया गया।
राज्यपाल ने कहा
कि शहर को
साफ सुथरा रखना
एक दायित्व है,
जिसे हमारे सेवाधर्मी
स्वच्छता कर्मी पूरा करते
हैं। उन्होंने कहा
कि कोरोना काल
में जब हर
कोई घर से
बाहर निकलने में
भय महसूस कर
रहा था, उस
समय सफाई कर्मियों
का जान जोखिम
में डालकर सफाई
करना प्रेरणादायक है।
उन्होंने स्वच्छता कर्मियों को
स्वच्छता सेवाधर्मी योद्धा बताते
हुए उनके कार्य
को अभिनन्दनीय बताया
और बधाई दी।
इस अवसर पर
समारोह में नगर
निगम के अवकाश
प्राप्त सफाई कर्मियों
को सम्मानित करने
के साथ-साथ
उन्हें विविध हितकारी योजनाओं
का लाभ भी
दिया गया।
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