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21 जिलों का भ्रमण करेगी 12 दिवसीय विवेकानंद संदेश यात्रा, शुभारंभ 12 जनवरी को

लगभग 50 युवा बाइकर्स निकालेंगे शोभा यात्रा

लखनऊ। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वामी विवेकानंद के राष्ट्रीय चेतना जागृत करने वाले विचारों को जन जन तक ले जाने के लिए 12 जनवरी को रामकृष्ण मठ निराला नगर से दोपहर 12 बजे विवेकानंद संदेश यात्रा रवाना होगी। विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में एवं भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। 12 दिवसीय यह यात्रा 7 मंडलों के 21 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, बस्ती, संतकबीर नगर, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, मऊ, गाजीपुर, वाराणसी, जौनपुर, संत रविदास नगर, प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकुट, बांदा, फतेहपुर,वकानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव का भ्रमण करते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती 23 जनवरी को वापस लखनऊ पहुंचकर सम्पन्न होगी। जहां लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में समापन समारोह आयोजित होगा।
इस यात्रा में युवाओं हेतु योग व्यायाम, स्वामी जी के विचारों पर आधारित बौद्धिक विमर्श, शोभा यात्रा द्वारा प्रचार प्रसार आदि कार्यक्रम संचालित किए जायेंगे। प्रांत संचालक दयानंद लाल ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वामी विवेकानंद के नर सेवा ही नारायण सेवा है और मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनर्निर्माण के लक्ष्य को जन जन तक पहुंचाने के लिए विवेकानंद संदेश यात्रा स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन के पावन अवसर पर प्रारंभ की जा रही है। यात्रा का मूल उद्देश्य युवाओं के उत्साह ऊर्जा एवं निष्ठा को राष्ट्र पुनर्निर्माण की दिशा में प्रेरित करना है। विवेकानंद केंद्र की कार्य पद्धति से जुड़कर अपने व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के साथ साथ समाज एवं राष्ट्रीय पुनर्निर्माण मे अपना अमूल्य योगदान दे सकते है।
यात्रा संयोजक भानुप्रताप सिंह ने बताया कि यात्रा को तीन जोन में व्यवस्था की दृष्टि से बाटा गया है। प्रथम जोन लखनऊ से कुशीनगर, द्वितीय जोन कुशीनगर से प्रयागराज, तीसरा जोन प्रयागराज से लखनऊ है। यात्रा टोली में मध्यप्रदेश, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लगभग पंद्रह लोग रहेंगे। इस यात्रा में शोभायात्रा, विमर्श एवं योग रहा स्वागत की गतिविधियों को संचालित करेंगे। इस हेतु प्रत्येक जिले में स्वागत समिति, शोभायात्रा समिति, योग समिति, व्यवस्था समिति का गठन किया गया है। जो जिले स्तर की सभी गतिविधियों के संचालन के दायित्व का निर्वहन करेंगे।
सह नगर प्रमुख शोभिता टंडन ने बताया कि युवा क्षमता के नेतृत्व गुण को निखार कर राष्ट्र निर्माण में सहायक बनाना स्वामी जी के सन्देश को समर्थन देना है। यात्रा समिति के सह प्रमुख प्रमिल द्विवेदी ने बताया कि जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। विवेकानंद संदेश यात्रा के माध्यम से बारह दिन मे 7 मंडल और 21 इक्कीस जिले को आच्छादित करते हुए लगभग दस करोड़ 10 करोड़ लोगो तक स्वामी विवेकानंद का संदेश मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनर्निर्माण के जीवंत संदेश को पहुंचना यात्रा का प्रमुख उद्देश्य है। विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा इस संकल्प की सिद्धि का प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत यात्रा की दैनिक प्रगति संबंधी सूचनाएं हेतु एक समर्पित वेबसाइट www.up.vkendra.org पर देखा जा सकता है। उन्होने कहा कि इससे पूर्व विवेकानंद केन्द्र राजस्थान प्रांत में 19 नवंबर को खेतड़ी में भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विवेकानंद केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाला कृष्णनन ने शुभारंभ किया था और समापन जोधपुर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और विवेकानंद केंद्र की उपाध्यक्ष निवेदिता भिड़े ने किया था। यह यात्रा राजस्थान के 33 जिलों से होकर गुजरी थी और पूर्णता में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बधाई और शुभकामना संदेश दिया।

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