लखनऊ। लक्ष्मण नगरी में महोत्सवों का दौर जारी है। 14 जनवरी को गोमा तट पर 10 दिवसीय उत्तरायणी कौथिग-2023 के आगाज संग पर्वतीय छटा बिखरेगी।उत्तरायणी कौथिग (मेले) का शुभारम्भ पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी, महासचिव महेन्द्र सिंह रावत, मुख्य संयोजक टीएस मनराल, संयोजक केएन चंदोला के नेतृत्व में श्री रामलीला मैदान महानगर से शोभा यात्रा संग होगा। गोमती नगर, तेलीबाग, कानपुर रोड, सरोजनी नगर व राजाजीपुरम् से आने वाली समस्त बसें व पर्वतीय वेश-भूषा में सभी महिलाए श्री रामलीला मैदान महानगर में एकत्रित होंगी। प्रातः 10ः00 बजे श्री रामलीला मैदान महानगर में अल्मोड़ा से आए पूरन राम का प्रसिद्व छोलिया दल के कलाकारों का गायन व छोलिया नृत्य तथा नन्दा राजजात शोभायात्रा के पीछे-पीछे पर्वतीय वेश-भूषा में विशाल जन समूह मेला स्थल की ओर प्रस्थान करेगा। उत्तरायणी मेले का उद्धाटन दोपहर 2 बजे मेला स्थल पर होगा।
महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी ने बताया कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के मंत्रीगण, सांसद, विधायकों, प्रशासनिक अधिकारियों को उत्तरायणी मेले में आमंत्रित किया गया है। महासचिव महेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि मेले में उत्तराखण्ड सहित अन्य प्रदेशों से अनेक सांस्कृतिक दल लखनऊ पहुॅंच रहे हैं। मेले में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं यथा महिलाओं की मटकी फोड, रस्सा-कसी, मेहन्दी प्रतियोगिता, बच्चों की चित्रकला एंव अन्य सभी प्रतियोगिताओं एंव प्रतिभागियों का क्रम सुनिश्चित कर लिया गया है। पर्वतीय महापरिषद द्वारा विभिन्न विधाओं में पुरस्कार भी प्रदान किए जाते है। जिनमें पर्वत गौरव सम्मान-2023, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली वीरता पुरस्कार, डॉं. एमसी पन्त चिकित्सा सम्मान, गोविन्द सिंह नयाल सामाजिक सेवा सम्मान, दीवान सिंह डोलिया लोक कला सम्मान, गोपाल उपाध्याय साहित्य सम्मान, श्यामाचारण काला पत्रकारिता सम्मान, बीएम शाह नाट्य कला सम्मान, नितिशा नेगी क्रीड़ा सम्मान, गौरा देवी महिला सम्मान, युवा सम्मान, उत्तरायणी कौथिग विशेष सम्मान, श्री रणवीर सिंह बिष्ट कला सम्मान प्रमुख है।
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