आंध्र प्रदेश की टीम ने लखनऊ की सफाई व्यवस्था देखी
शिवरी प्लांट, सीएंडडी प्लांट और ई-वाहनों की तारीफ की
आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री के नेतृत्व में लखनऊ पहुंचा प्रतिनिधि मंडल
लखनऊ। लखनऊ में सफाई व्यवस्था भले ही बेहतर न हो, मगर दूसरे राज्यों में नगर निगम को वाहवाही मिल रही है। मंगलवार को आंध्र प्रदेश सरकार के नगर प्रशासन एवं शहरी विकास विभाग के मंत्री के नेतृत्व में स्वच्छ आंध्र निगम के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल लखनऊ पहुंचा। इस दल ने नगर निगम की सफाई से जुड़े कई स्थलों का दौरा किया। इस दौरान शिवरी प्रोसेसिंग प्लांट और निर्माण एवं ध्वस्तीकरण (सीएंडडी) कचरा संयंत्र के संचालन की व्यवस्था देखी। आंध्र प्रदेश से आए अधिकारियों ने लखनऊ नगर निगम की सफाई व्यवस्था की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि लखनऊ में जो व्यवस्थाएं देखी गईं, वे उनके अपने राज्य में भी लागू करने में मददगार साबित होंगी।
संयुक्त सचिव कल्याण बनर्जी के अनुसार यह दौरा दोनों राज्यों के बीच नगरीय विकास और प्रशासन के क्षेत्र में सहयोग को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक अहम कदम है। प्रतिनिधिमंडल ने सबसे पहले गोमती नगर स्थित विनीत खंड के पीसीटीएस सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लखनऊ नगर निगम के डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन ई-वाहनों और सड़क की सफाई करने वाली मशीनों को देखा। उन्होंने इन वाहनों की क्षमता, चार्जिंग की सुविधा, और रखरखाव के तरीकों के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने इस दौरान गोमती नगर के विराम खंड-2 में राम भवन के पास डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन देखा कि किस तरह से घरों से कचरे को अलग-अलग किया जाता है और फिर प्राइमरी व फाइनल ट्रांसपोर्ट सिस्टम के जरिए उसे शिवरी प्लांट तक पहुँचाया जाता है।
स्मार्ट सिटी कार्यालय में देखा प्रेजेंटेशन, कंट्रोल रूम गये
इसके बाद स्मार्ट सिटी कार्यालय में महापौर सुषमा खर्कवाल की मौजूदगी में लखनऊ की सफाई व्यवस्था पर एक प्रस्तुति दी गई। इसके बाद सभी अधिकारी इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर भी गए, जहां उन्होंने देखा कैसे वाहनों की निगरानी और सफाई एजेंसियों के कामकाज की रियल टाइम मॉनिटरिंग होती है। इस दौरान उपाध्यक्ष गिरीश गुप्ता, पार्षद दल के उपनेता सुशील तिवारी 'पम्मी', नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविंद कुमार राव और अरुण कुमार गुप्त की मौजूदगी में
शिवरी प्लांट की कार्यप्रणाली देखी
महापौर के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश सरकार के नगर प्रशासन एवं शहरी विकास विभाग के मंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल ने शिवरी स्थित शिवरी प्रोसेसिंग प्लांट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्लांट की कार्यप्रणाली और अपशिष्ट प्रबंधन की प्रक्रिया को समझा। प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम लखनऊ के कूड़ा निस्तारण के कार्य की काफी सराहना की और लखनऊ मॉडल को आंध्र प्रदेश में लागू कराने पर भी रुचि दिखाई। प्रतिनिधिमंडल ने देखा कि कैसे गीले कचरे से खाद (कम्पोस्ट) और सूखे कचरे से ईंधन बनाया जाता है। अधिकारियों ने संयंत्र की पूरी प्रक्रिया को समझा और सवाल-जवाब भी किए।
सीएंडडी वेस्ट प्लांट का दौरा
महापौर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मोहानलालगंज में स्थित निर्माण व ध्वस्तीकरण कचरा प्रोसेसिंग प्लांट भी देखा। यह प्लांट रोजाना 300 टन मलबे को रिसाइकल करता है। महापौर ने बताया कि पहले जो मलबा सड़कों और फुटपाथों पर जमा हो जाता था, अब उसे उपयोगी सामान में बदला जा रहा है।
लखनऊ मॉडल को आंध्र प्रदेश में करेंगे लागू
आंध्र सरकार के प्रतिनिधि मंत्री पी नारायण ने कहा कि हम लखनऊ नगर निगम की विभिन्न एक्टिविटी को पढ़ने के लिए आए हैं। हम आंध्रा में स्वच्छ भारत की तरह ही स्वच्छ आंध्रा का कैंपेन चला रहे हैं। लखनऊ के बारे में हमने बहुत सुना था कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट और लिगेसी वेस्ट पर काम किया जा रहा। इसलिए यहां पर आए हैं। यहां की सड़क साफ है। उनका कहना है कि हम अपनी राजधानी अमरावती बना रहे हैं। इसके लिए हम तमाम तरह की बेस्ट प्रैक्टिस कर रहे। ताकि आधुनिक और ग्रीन फील्ड सिटी बनाया जा सके। इसके लिए हम हर जगह जा रहे वहां से बेस्ट पॉसिबल चीजें एक्सचेंज करेंगे।
शिवरी और ईवी वीकल्स बढ़ा रहे लखनऊ नगर निगम की शान
महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार के प्रतिनिधिमंडल का लखनऊ नगर निगम की सफाई व्यवस्था को देखने आना खुशी की बात है। उन्होंने बताया कि लखनऊ नगर निगम ने स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है और शिवरी प्रोसेसिंग प्लांट इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। इस प्लांट में गीले कचरे से खाद और सूखे कचरे से ईंधन बनाया जाता है। महापौर ने कहा कि लखनऊ मॉडल को आंध्र प्रदेश में लागू करने के लिए हम हर संभव मदद करने को तैयार हैं। उन्होंने बताया कि लखनऊ नगर निगम ने निर्माण और ध्वस्तीकरण कचरे के निस्तारण के लिए भी एक बेहतरीन प्रणाली विकसित की है, जिसे मोहानलालगंज में देखा जा सकता है। ई-वाहनों को प्रतिनिधिमंडल ने देखा और सराहा। उन्होंने कहा कि ई-वाहन न केवल पर्यावरण अनुकूल हैं, बल्कि वे हमारी सफाई व्यवस्था को और अधिक कुशल बनाने में भी मदद कर रहे हैं। महापौर ने उम्मीद जताई कि लखनऊ और आंध्र प्रदेश के बीच स्वच्छता के क्षेत्र में और अधिक सहयोग होगा।
प्रतिनिधिमंडल में इनकी रही मौजूदगी
प्रतिनिधिमंडल में आंध्र प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। इनमें मंत्री, नगर प्रशासन एवं शहरी विकास पी. नारायणा, मंत्री के ओएसडी गोपीनाथ, स्वच्छ आंध्र निगम के चेयरमैन के. पत्ताभिराम, नगरपालिका प्रशासन के आयुक्त एवं निदेशक डॉ. पी. संपत कुमार (आईएएस), स्वच्छ भारत मिशन के स्टेट मिशन डायरेक्टर बी. अनिल कुमार रेड्डी (आईएएस), मुख्य अभियंता के. वेुंगोपाला राव, एसएसी के सीओओ डॉ. डी. दसरथ रामि रेड्डी, माडनपल्ले नगर निगम के नगर आयुक्त शेख अलीम बाशा, डिप्टी इंजीनियर के. सतीश कुमार तथा एपीजीबीसी के प्रबंध निदेशक मुद्रागिरी कुमार वेंकटा शामिल थे।
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