Pages

स्थानीय सरकार ने जनता को बजट में क्या दिया, आखिर धरने पर क्यों बैठे माननीय

लखनऊ। नगर निगम कार्यकारिणी ने 19 अरब 46 करोड़ 82 लाख का शहर के विकास का बजट पास किया गया। कैच द वाटर अभियान से प्रेरणा लेते हुए शहर में वर्षा जल संचयन को बढ़ावा दिया गया है। इसके लिए वर्षा जल संचयन वाले घरों में गृहकर में 5 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी। कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए 5 करोड़ रुपये का फण्ड निर्धारित किया गया है। महापौर संयुक्ता भाटिया की अध्यक्षता में कार्यकारिणी ने कोई नया कर नहीं लगाया है। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी समेत कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद थे। 


सपा व कांग्रेस पार्षदों के विरोध के बाद पार्षद कोटे तो दे दिया गया लेकिन 3.08 करोड़ की कटौती कर दी गई। इस तरह से पार्षद कोटे में तीन लाख घटा दिए गए हैं। मरम्मत व नवीनीकरण के मद में पिछले वर्ष की तुलना में 77 करोड़ रुपए से ज्यादा की कटौती की गई थी। रविवार को कार्यकारिणी में पार्षदों के विरोध के बाद इस मद को 100 से बढ़ाकर 160 करोड़ कर दिया गया है। वार्डों में विकास कार्य कराने के लिए बजट में मरम्मत व नवीनीकरण के मद से खर्च किया जाता है। इससे सड़क-नाली व अन्य विकास कार्य कराए जाते हैं। इसी मद में पार्षद कोटा, महापौर कोटा व नगर निगम निधि भी शामिल है। अब तक प्रत्येक पार्षद को वार्ड में विकास कार्य के लिए 1.25 करोड़ रुपए मिलते रहे हैं। इसमें जीएसटी भी सम्मिलित थी। इस तरह से सभी 110 वार्डों के लिए 137.50 करोड़ रुपए का प्रावधान था। लेकिन रविवार को प्रस्तावित बजट में 100 करोड़ रुपए की ही प्रावधान किए जाने पर पार्षदों ने नाराजगी जताई थी। इससे बैठक स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद पार्षदों की ओर दिए गए प्रस्ताव के आधार पर संशोधित बजट मंगलवार को कार्यकारिणी की बैठक में रखा गया था। हालांकि नगर निगम प्रशासन ने आय व व्यय के कई मदों में संशोधन किया लेकिन मरम्मत व नवीनीकरण के मद में कोई बदलाव नहीं किया गया। इसकी जानकारी होने पर कार्यकारिणी की बैठक में सपा पार्षद दल के नेता सै. यावर हुसैन रेशू समेत अन्य पार्षदों ने विरोध जताया तो बाबू राजकुमार हाल के बाहर सपा व कांगे्रस पार्षदों ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस पर काफी विचार विमर्श के बाद एक बार फिर बजट में संशोधन किया गया। बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि वार्ड विकास निधि को परंपरागत रखा गया है। प्रत्येक पार्षद को वार्ड में विकास कार्य के लिए 1.25 करोड़ मिलते थे। इसमें 12 प्रतिशत जीएसटी अलग से होती थी। अब 1.25 करोड़ जीएसटी के साथ होगी। यानी कि प्रत्येक वार्ड में तीन लाख की कटौती करते हुए कुल 3.08 करोड़ रुपये की कटौती कर दी गई है। 


नगर आयुक्त की संस्तुत पर होंगे कार्य 

मरम्मत व नवीनीकरण के मद में वार्ड वार विकास कार्य कराए जाते हैं। दिसंबर 2020 तक कोई खर्च ही नहीं किया गया। नगर निगम की ओर से पहले इस मद में 100 करोड़ का प्रावधान किया गया था। पार्षदों के विरोध पर इसे 160 करोड़ कर दिया गया। हालांकि नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी का कहना है कि नगर निगम अधिनियम में वार्ड विकास प्राथमिकता निधि की कोई व्यवस्था नहीं है। इस मद में पार्षद कोटे के 1.25 करोड़, महापौर निधि के लिए 15 करोड़ की व्यवस्था रहेगी। इसके अतिरिक्त बजट में से विस्तारित गांवों व विस्तार पूर्व क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं के लिए नगर आयुक्त की संस्तुत पर कार्य कराए जाएंगे। 


इन मदों में होगा खर्च (करोड़ में)

मद पहले अब

नाला सफाई 8.50 5.00

अधिष्ठान 68.85 66.85

संयंत्र एवं आकस्मिक 15.00 16.00

पेट्रोल-डीजल 38.00 45.00

कूड़ा प्रबंधन 12.00 36.00

संविदा सफाईकर्मी 110.00 140.00

पार्क अनुरक्षण 25.00 30.00

मरम्मत एवं नवीनीकरण 177.31 160.00

शहरी निर्धन के विकास - 21.00

नाला निर्माण 0.50 5.00

जमीनों के संरक्षण 1.00 5.00

दायित्व 291.50 260.00

अवस्थाना निधि 50.00 0.01


यहां से आय प्रस्तावित (करोड़ में)

गृहकर 410.00 310.00

भूमि का लीज 50.00 80.00

औरंगाबाद में फ्लैैट बिक्री 400.00 1000.00

पार्किंग ठेका 50.00 150.00

यूजर चार्जेज 120.00 360.00

वधशाला 2.00 3.00


लक्ष्मण की 151 फीट की प्रतिमा लगेगी

महापौर ने बताया कि लक्ष्मण द्वारा बसाई गयी नगरी लखनऊ में लक्ष्मण प्रेरणा स्थल बनाया जाएगा। लक्ष्मण जी की सबसे बड़ी प्रतिमा 151 फीट की महापौर द्वारा लगाई जाएगी, इसके लिए एक करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया है। बताया कि नए वर्ष इसकी सौगात शहरवासियों को मिलेगी। मंगलवार को स्वतंत्रता वीर सेनानी भगत सिंह की शहीद दिवस पर होने पर महापौर ने कार्यकारिणी समिति की बैठक में उनको श्रधांजलि अर्पित की। महापौर ने बताया कि उनके कार्यकाल में भगत सिंह की मूर्ति लगा दी गयी है, अब शहीद दिवस को नमन करते हुए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव की मूर्ति एकसाथ लखनऊ के किसी एक पार्क में लगाई जाएगी। 

महिला बाजार बनेगा, पार्कों में बेबी फीडिंग सेंटर

महिला सदन में तय किये गए महिला बाजार पर बजट की मोहर लगा दी गयी। महापौर ने बताया कि स्थान चिह्न्ति करने के उपरांत महिला बाजार बनाया जाएगा। यहां विके्रता सिर्फ महिलायें ही रहेंगी, और महिला सम्बंधित सम्मान ही विक्रय कर सकेंगी। विशेष सदन में कार्यकारिणी सदस्य रूपाली गुप्ता ने यह प्रस्ताव दिया था। प्रमुख बड़े पार्कों में महिलाओं के लिए यूरिनल और बेबी फीडिंग सेंटर के लिए बजट की व्यवस्था की गई। इसके अलावा शहर के पार्को के विकास और रखरखाव के लिए 30 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। पार्को में कम्पोस्ट पिट बनाने पर 2 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 


इन पर भी होगा खर्च

बाढ़ पम्पिंग स्टेशन के लिए 4 करोड़, नए कूड़ा घर के निर्माण के लिए 2 करोड़, शौचालय और मूत्राशय बनाने को लेकर एक करोड़, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर 36 करोड़, 140 करोड़ रुपये से सफाई व्यवस्था, शहर में निराश्रित पशुओं, गायो और कुत्तों के चिकित्सा और रखरखाव पर 11 करोड़, स्ट्रीट लाईट के पर 21 करोड़ व वाल्मीकि समाज के लिए स्थान चिन्ह्ति कर सामुदायिक केंद्र का निर्माण कराया जाएगा, जिसके लिए 50 लाख रुपये की बजट की व्यवस्था की गई। 


स्ट्रीट वेंडिंग जोन पर खर्च होंगे 2 करोड़

नए कल्याण मंडप के लिए 150 करोड़, लावारिश लाशों के निस्तारण 10 लाख, नए शमशान घाट निर्माण व मरम्मत 30 लाख, जोनल कार्यालयों के मरम्मत और सदन के हॉल को विधानसभा जैसे बनाने पर 3 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। स्ट्रीट वेंडर्स को बसाने के लिए 2 करोड़ रुपये से वेंडिंग जोन बनाया जाएगा। 8 करोड़ रुपये से नई पार्किंग बनाई जाएगी। नगर निगम कर्मचारियों की पेंशन पर 80 करोड़ व कंप्यूटरीजेशन कार्य पर एक करोड़ खर्च होगा। हालांकि इस मद में पहले 3 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए थे। 


शिक्षा व्यवस्था पर खर्च होंगे 16.35 करोड़ 

जरूरतमंद विद्यार्थियों की शिक्षा पर 16 करोड़ 35 लाख रुपए व्यय किये जायेंगे। इसके साथ ही 4 करोड़ रुपये से स्कूलों में निर्माण कार्य भी कराया जाएगा। 5 लाख रुपये से पुस्तकालय और संग्रहालय भी बनाया जाएगा। अटल बिहारी वाजपेयी नगर निगम डिग्री कॉलेज के शिक्षकों को 7वां वेतनमान के लिए बजट की व्यवस्था की गई। यहां 8 कमरे और हॉल बनेंगे। नगर निगम में कार्यरत कार्यदायी कंप्यूटर आॅपरेटर, अमीनाबाद इंटर कॉलेज में कार्यदायी संस्था के शिक्षकों एवं अन्य कार्यदायी कर्मचारियों की तनख्वाह में यथोचित वृदि के लिए आख्या के लिए निर्देशित किया गया।  


21 लाख के फायदे का जलकल का बजट पास

जलकल विभाग का 21.53 लाख के फायदे के 356 करोड़ के बजट को पास कर दिया गया। महाप्रबंधक एसके वर्मा ने बताया कि नई मांगों का सृजन कर व आॅन लाइन बिलिंग के माध्यम से वसूली बढ़ाई गई है। इसके साथ ही खर्च में कटौती करते हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रस्तावित मूल बजट 21.53 लाख लाभ का है। 


पार्षद कोटे में कटौती पर बैठक के बाहर प्रदर्शन


बजट कार्यकारिणी की बैठक बाबू राजकुमार हाल में हो रही थी। वहीं, पार्षद कोटे में कटौती न करने की मांग को लेकर सपा पार्षद शफीर्कुरहमान चचा, मो रईस, कांग्रेस पार्षद व पार्षद दल की नेता ममता चौधरी, अमित चौधरी समेत कई अन्य पार्षद कार्यकारिणी कक्ष के बाहर गेट पर ही धरने पर बैठ गये। दोपहर साढ़े तीन बजे से शुरू हुई बैठक शाम सात बजे समाप्त हुई। तब तक पार्षद कक्ष के बाहर ही बैठ कर प्रदर्शन करते रहे। पार्षदो की मांग थी की पार्षद संस्तुति राशि में न ही कटौती की जाये और न ही कोटा समाप्त किया जाये। अंत में महापौर के आश्वासन व बैठक समाप्त होने के पश्चात ही प्रदर्शन समाप्त हुआ।  



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ