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लखनऊ से बड़ी खबर, शिक्षक, छात्र, व्यापारी कृपया ध्यान दें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले में गुरुवार को एक बार फिर रिकॉर्ड तोड़ मरीज मिले हैं। लखनऊ समेत अन्य जिलों में लगातार बढ़ रहे संक्रमित मरीजों के मिलने से स्थिति गंभीर होती नजर आ रही है। कोविड प्रोटोकाल का पालन न करना हम सभी को भारी पड़ सकता है। वायरस से बचाव के लिए हमें ही प्रयास करने होंगे। प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीज राजधानी में मिले हैं। बीते 24 घंटों में लखनऊ में मरीजों की संख्या बढ़कर करीब दो गुना 935 हो गई है।

लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो ए के शर्मा समेत तीन लोगों की मौत हो गयी। इनमें से 61वर्षीय एक व्यक्ति ने लोकबंधु अस्पताल में दम तोड़ दिया। बलरामपुर के पूर्व निदेशक डा. आरबी मिश्रा की पत्नी की भी कोरोना के चलते मौत हो गई। निजी एमिटी विश्वविद्यालय में भी कोरोना बम फूटा है।वहां करीब 10 लोग पॉजिटिव मरीज़ मिले हैं। 

अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में दूसरी लहर ने तेजी से मरीजों को गिरफ्त में लेना शुरु कर दिया है। पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर प्रदेश में सभी जिलाधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने और संक्रामक रोग अधिनियम को सख्ती से अनुपालन के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा मरीज राजधानी के बाद प्रयागराज में 242 हैं, वाराणसी में 198, कानपुर में 103, गौतमबुद्ध नगर में 93, गोरखपुर में 61, बाराबंकी में 63, बरेली में 27, मेरठ में 68, झांसी में 45, जौनपुर में 36 समेत अधिकांश जनपदों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके अलावा भर्ती मरीजों में गंभीर 9 की मौत हुई हैं, उनमें से लखनऊ व प्रयागराज में 2-2 की मौत हुई है, जबकि वाराणसी, बाराबंकी, गाजीपुर में एक-एक की मौत हुई है। प्रदेश में मृतकों की संख्या 8820 पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटों में भर्ती मरीजों में 510 को डिस्चार्ज किया गया है।

इन इलाक़ों में संक्रमण 

इंदिरानगर में 67 मरीज मिले, इसे अलावा गोमतीनगर में 59, आलमबाग में 39 व चौक आदि क्षेत्रों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सीएमओ डॉ.संजय भटनागर ने बताया कि बीते 24 घंटों में 208 मरीजों को अस्पताल आवंटन किया गया था, जिनमें से 107 को भर्ती कराया गया है। बताया कि राजधानी में संवेदनशील क्षेत्र बन चुके हैं, जहां पर कटेंटमेंट जोन बना दिये गये हैं। वर्तमान में कार्यालयों व समूह में रहने वालों में मरीज बढ़ रहे हैं।

लविवि व एमिटी में बढ़े पॉजिटिव मरीज़ 

लखनऊ विश्‍वविद्यालय के कई अध्‍यापक और एक हॉस्‍टल वार्डेन को कोरोना पॉजेटिव पाया गया है। जिसके बाद लविवि को बंद कर दिया गया है। विश्‍वविद्यालय समेत उच्च शिक्षण संस्थानों में अब ऑनलाइन पढ़ाई होगी। गोमती नगर इलाके में स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में भी बड़ी संख्या में पॉजिटिव मरीज़ मिले हैं। लविवि के प्रवक्‍ता डॉ दुर्गेश कुमार श्रीवास्‍तव ने बताया कि लविवि में कोविड पॉजेटिव मरीजों की संख्‍या बढ़ रही है। इसलिए जिलाधिकारी की अनुमति लेकर कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने 10 अप्रैल तक लविवि को बंद कर दिया है। 


फन माल समेत सात प्रतिष्ठान सील किये 

पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने पर जिला प्रशासन ने सख्ती भी शुरू कर दिया है। धार्मिक स्थलों से लेकर बाजार और रेस्टोरेंट में बिना मास्क प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गयी है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन न करने पर गुरुवार को गोमतीनगर स्थित फन माल को सील कर दिया गया। सदर तहसील के उप जिलाधिकारी प्रफुल्ल त्रिपाठी ने यह कार्यवाही की। माल को गत 20 मार्च को ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन न करने पर नोटिस दिया गया था। इसके बावजूद माल में बिना मास्क लोगों को प्रवेश दिया जा रहा था। वहीं माई बार को भी सील किया गया है। बार को पहले नोटिस दिया गया था। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर अभी और माल तथा होटलों की जांच की जा रही है। माय बार के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। थाना ठाकुरगंज क्षेत्र में बालागंज स्थित मेगा शॉप मॉल को ठाकुरगंज इंस्पेक्टर सुनील कुमार दुबे के नेतृत्व में बालागंज चौकी प्रभारी अनिल सिंह तोमर ने सील किया।


वहीं एसीएम पंचम सत्यम मिश्रा और एसीपी अलीगंज अखिलेश सिंह के नेतृत्व में अलीगंज में सेक्टर जे स्थित पान गिलोरी शॉप को सीज किया। साथ ही कपूरथला स्थित ग्लोब कैफे व कपूरथला में ही एलडीए शॉपिंग मॉल स्थित मेहमान लड्डू को भी सील कर दिया गया। यहां भी कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन नहीं मिला। अन्य में इंदिरानगर में भूतनाथ स्थित पंचवटी स्वीट्स को भी अधिकारियों ने सील कर दिया।जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर अभियान चलाकर सीलिंग की कार्रवाई की गई। सभी संस्थानों के संचालकों से 24 घंटे में जवाब मांगा गया है।

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