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बदले मौसम ने 21 साल का तोड़ा रिकॉर्ड, 12 डिग्री तक गिरा पारा

हवा व बदली से मई के महीने में ठंडक का एहसास 

लखनऊ। पश्चिम बंगाल की खाड़ी से निकला 'यास' तूफान का उत्तर प्रदेश में असर नहीं दिखा, लेकिन उसके आंशिक असर से ही प्रदेश के पूर्वी जिलों में बुधवार से बादल छाए हुए हैं। कई हिस्सों में रुक-रुक कर दिन भर बारिश हो रही है। राजधानी में सुबह से शुरू हुई बारिश दिन भर चलती रही। दिन भर बादल छाये रहे। पिछले 21 सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। प्रदेश में पहली बार ऐसा बदलाव देखने को मिला है कि प्रकृति में ऐसा बदलाव पहली बार हुआ है कि उत्तर प्रदेश में मई माह में इतना कम 27 डिग्री तापमान देखने को मिला है। आम तौर पर मई माह में उत्तर प्रदेश का 40 से ऊपर तापमान हो जाता था। लेकिन इस बार दो दो चक्रवाती तूफान के चलते प्रकृति में बदलाव से लखनऊ का तापमान 27-28 डिग्री से भी कम हो गया है।
शुक्रवार 28 मई को चक्रवात तूफान यास के असर से कहीं बारिश हुई तो कहीं दिन भा रिमझिम बारिश होती रही जिससे शुक्रवार को गोरखपुर का अधिकतम तापमान 24 डिग्री और लखनऊ का 27.8 डिग्री तक पहुंच गया। शनिवार को सुबह हल्की बारिश होने के बाद दिन भर बादल बने रहे इससे दिन का तापमान 11.4 से 12 डिग्री तक गिर गया। लखनऊ में शनिवार को अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 11.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि 3.5 डिग्री कम रहा। वहीं प्रदेश में बहराइच में सबसे कम 24.0 डिग्री अधिकतम तापमान रहा, यह 12.6 डिग्री तक लुढ़क गया। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 31 मई 1995 को 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। ठंडी हवाओं और बादलों की मौजूदगी से लोगों को ठंडक का अहसास हुआ। मानो लोगों को ऐसा लगा रहा है कि गर्मी का मौसम अभी शुरू ही न हुआ हो। इस तरह से एक साथ ठण्ड, गर्मी और बरसात तीनों मौसम का एहसास लोगों ने किया। बीते 18, 19 और 20 मई को ताउते तूफान से तीन दिनों तक भारी बारिश हुई लेकिन तापमान में इतनी ज्यादा गिरावट नहीं हुई थी। इस बार तापमान में भारी गिरावट हुई है और तापमान गिरकर 35 से नीचे आ गया है जिससे लोगों को इस बार मई माह में भी गर्मी का अहसास नहीं हो रहा है। हाल यह है कि एसी, कूलर चलना दूर पंखे भी सुबह बंद करने पड़ गए। बीते तीन दिनों में कुल 81.4 मिमी बारिश हुई। इसी महीने में वर्ष 1959 में 28 मई को 57.0 मिमी बारिश हुई थी। 


मई माह में जून-जुलाई का एहसास 

पहले तूफान 'ताउते' ' उसके बाद 'यास' ने देश के कई तटवर्ती राज्यों में भयंकर तबाही मचाई लेकिन उत्तर प्रदेश वासियों के लिए यह राहत लेकर आए हैं। मई माह में जहां भीषण गर्मी पड़ती है, वहीं इन तूफानों के कारण मई माह भी ज्यादा परेशान नहीं कर पाया। 'ताउते' तूफान के कारण उत्तर प्रदेश में हुए मौसम परिवर्तन से लगभग एक हफ्ता बारिश जैसे माहौल बना रहा। उसके बाद आये 'यास' तूफान ने भी मौसम में परिवर्तन किया, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश में तापमान में गिरावट हुई है। मई माह में भी जून-जुलाई का एहसास प्रदेश वासियों को हो रहा है। 

धीरे-धीरे तूफान का असर समाप्त हो रहा

लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में रविवार को भी बादल छाए रहेंगे। इस दौरान कुछ इलाकों में बरसात होने की भी संभावना है। 'यास' तूफान के कारण बादलों की आवाजाही के कारण लखनऊ का मौसम सुहावना हो गया। मौसम वैज्ञानिक डॉ. जेपी गुप्ता ने बताया कि 'यास' तूफान के कारण उत्तर प्रदेश के मौसम में परिवर्तन हुआ है। इससे राजधानी लखनऊ सहित पूर्वी जिलों में बारिश हो रही है। धीरे-धीरे तूफान का असर समाप्त हो रहा है। आने वाले एक-दो दिनों में मौसम फिर से साफ होगा और तेज धूप निकलने के साथ ही तापमान में वृद्धि दर्ज की जाएगी। 

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