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मुफ्त राशन वितरण से कोरोना को मात

सफलता की कहानी -28

लगातार बढ़ रहे लाकडाउन के कारण लोगों के सामने दो जून की रोटी जुटाने की चुनौती है। संकट की इस घड़ी में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत वितरित किये जा रहे मुफ्त राशन से लोग राहत की सांस ले रहे है। राजधानी लखनऊ में भी इस योजना के तहत लोगों को निःशुल्क राशन वितरित किया जा रहा है। लाभार्थियों ने बताया कि निःशुल्क राशन मिलने से कोरोना संकट के समय में उन्हें काफी मदद मिली है। इस मदद के लिए लाभार्थियों ने केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है। लाभार्थी सुनीता ने बताया कि उनके पति जिस फर्म मे काम करते हैं, वह अभी बंद है। ऐसे में इस योजना से उनके परिवार का भरण पोषण आसानी से हो रहा है। एक अन्य लाभार्थी पंकज कहते है कि कोरोना से लडाई में घर पर ही रहना है ऐसे में फ्री राशन का इंतजाम हो जाने से हम सब इस लड़ाई को घर में रहकर जीत सकते है।


आयुक्त खाद्य एवं रसद मनीष चौहान ने बताया कि  सार्वजनिक वितरण प्रणाली में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अंत्योदय तथा पात्र गृहस्थी लाभार्थियों को राशन का वितरण किया जा रहा है। इसमें प्रति कार्ड 35 किलोग्राम खाद्यान्न जिसमें 20 किलोग्राम गेहूं व 15 किलोग्राम चावल का वितरण किया जा रहा है। इसमें गेहूं का वितरण मूल्य 2 रुपए प्रति किलो तथा चावल का 3 रुपए प्रति किलोग्राम निर्धारित किया गया है।जिलाधिकारियों एवं जिलापूर्ति अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वे उचित दर विक्रेतावार अधिकारियों की तैनाती करें. इसके अलावा उन्होंने उचित दर की दुकानों पर टोकन सिस्टम लागू करने को कहा है. साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि एक दुकान पर एक समय में पांच उपभोक्ता से अधिक न रहे. इसके अलावा हर दुकान पर ई-पॉस के समय सैनिटाइजर, साबुन एवं पानी की व्यवस्था भी की जाए.

डा.श्रीकांत श्रीवास्तव/सुन्दरम चौरसिया

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