लाइन की ऊँचाई बढ़ाकर रख दिए 4 यू-गर्डर्स
कानपुर। कानपुर मेट्रो के प्रयॉरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर यू-गर्डर्स के इरेक्शन यानी मेट्रो ट्रैक का आधार तैयार करने का काम लगातार जारी है और 9 किमी. लंबे इस कॉरिडोर में अभी तक लगभग 7 किमी. का आधार तैयार भी कर लिया गया है। हालाँकि, एसपीएम मेट्रो स्टेशन के पास उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लि. (यूपीपीटीसीएल) की 220 केवी की इलेक्ट्रिक लाइन मेट्रो कॉरिडोर से ऊपर से गुज़र रही थी और सुरक्षा के पहलू को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि. (यूपीएमआरसी) ने यहाँ पर चार यू-गर्डर्स के इरेक्शन का काम रोक रखा था। इस लाइन की ऊँचाई बढ़ाकर इस बाधा को भी दूर किया गया। मंगलवार रात विधिवत शटडाउन लेते हुए यूपी मेट्रो ने एसपीएम के पास चारों यू-गर्डर्स का इरेक्शन (परिनिर्माण) कल रात पूरा कर लिया। पूर्व में, एसपीएम के पास ही 132 केवी की लाइन की ऊँचाई भी बढ़ाई गई थी ताकी भविष्य में ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए कोई दिक़्क़त पेश न आए।
इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा, “एसपीएम के पास हाई-वोल्टेज ओवरहेड पावर ट्रांसमिशन लाइन्स की ऊँचाई बढ़ाकर यू-गर्डर्स का इरेकशन पूरा कर लिया गया है और इसी के साथ ही आईआईटी से लेकर एसपीएम तक हमारा वायडक्ट एक सीरीज़ में पूरा हो गया है। इलेक्ट्रिक लाइन्स की ऊँचाई को बढ़ाना और फिर इरेक्शन करना एक जटिल तकनीकी प्रक्रिया थी, जिसे यूपी मेट्रो के सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की टीम ने बहुत ही सटीक और सुनियोजित ढंग से पूरा किया है।”
यूपी मेट्रो ने कुछ इस तरह हासिल की यह उपलब्धि
कल्याणपुर और एसपीएम मेट्रो स्टेशनों के बीच मेट्रो कॉरिडोर का जो हिस्सा है, उसके ऊपर से यूपीपीटीसीएल की 220 केवी की पावर ट्रांसमिशन लाइन गुज़र रही थी। यू-गर्डर के इरेक्शन के हिसाब से ये लाइन मेट्रो कॉरिडोर से पर्याप्त दूरी पर नहीं थी इसलिए सुरक्षा के पहलू को ध्यान में रखते हुए यूपी मेट्रो ने इस स्थान पर 4 यू-गर्डर्स के इरेक्शन का काम रोक रखा था।
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