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बिजली इंजीनियरों ने किया बैठकों व वीडियो कॉन्फ्रेसिंग का बहिष्कार

लख़नऊ। पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन के खिलाफ उप्रराविप अभियन्ता संघ के आह्वान पर 25 मई से जारी असहयोग कार्यक्रम तीसरे दिन भी जारी रहा। बिजली अभियन्ताओं ने कल शाम से ही प्रबंधन के समस्त व्हाट्सएप्प ग्रुपों से एग्जिट होना प्रारम्भ कर दिया था। चेयरमैन,  प्रबंध निदेशक व निदेशक स्तर तक की होने वाली सभी वीडियो कॉफ्रेंसिंग का बहिष्कार भी जारी है। परन्तु कोविड-19 महामारी के संक्रमण को देखते हुए आम लोगों को सुचारू बिजली आपूर्ति देने के साथ-साथ अस्पतालों व आक्सीजन प्लांटों की बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मुख्य अभियंता सहित सभी अभियंता पहले की तरह ही सहयोग कर रहे हैं। ताकि किसी भी प्रकार से बिजली व्यवस्था बाधित न होने पाए और आमजन एवं मरीजों को कोई दिक्कत न हो। 

विद्युत अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह ने बताया कि कार्पोरेशन प्रबंधन की बढ़ती उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों से सभी अभियंताओं में भारी रोष व आक्रोश है। इसी आक्रोश के कारण 25 मई से चेयरमैन के विरुद्ध असहयोग कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसे तेज़ करने के लिए निर्णय के तहत प्रबन्ध निदेशकों (कारपोरेशन, डिस्कोम, उत्पादन, पारेषण, जल विद्युत) के व्हाट्सएप्प ग्रुपों से अब तक 2100 से अधिक अभियंता एग्जिट हो चुके है। उन्होंने कहा कि बिजली अभियन्ताओं के असहयोग कार्यक्रम के दौरान यदि किसी पदाधिकारी अथवा अन्य किसी अभियन्ता का किसी भी प्रकार का उत्पीड़न किया गया तो सभी ऊर्जा निगमों के तमाम विद्युत अभियन्ता उसी क्षण सीधी कार्यवाही करने को बाध्य होंगे जिसका सारा उत्तरदायित्व पावर कॉर्पोरशन के चेयरमैन का होगा।

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