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उड़ान लोकनृत्य कार्यशाला में बही अवधी की बयार

लोक नृत्य हमारे जीवन के अभिन्न अंग - सरिता सिंह 

लखनऊ। सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था उड़ान के तत्वावधान में मंगलवार को संस्था के सभागार में चार दिवसीय उड़ान लोकनृत्य कार्यशाला आरम्भ हुई। कार्यशाला के पहले दिन प्रतिभागी महिलाओं ने अवधी लोकनृत्य के गुर सीखे। सरिता सिंह के निर्देशन में शुरू हुई कार्यशाला के पहले दिन प्रतिभागियों को पग संचालन का अभ्यास कराया गया। 

महिलाओं को विभिन्न लोकनृत्य की जानकारी देने के साथ अवधी लोक नृत्य के विभिन्न रूपकारो के बारे में बताते हुए लोक नृत्यांगना सरिता सिंह ने कहाकि लोक नृत्य हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। इसके द्वारा हम अपनी अभिव्यक्ति को व्यक्त कर सकते हैं। हमारी संस्कृति में हर दुख और सुख को व्यक्त करने के लिए लोकगीत और लोकनृत्य हैं। कार्यशाला में प्रतिभागी महिलाओं ने अपनी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए प्रश्नों को पूछा। इस अवसर पर सरिता सिंह के कुशल मार्गदर्शन में महिलाओ ने दशरथ के जन्मे ललनवा अवधी सोहर पर अवधी लोकनृत्य प्रस्तुत किया। यह कार्यशाला 16 जुलाई तक चलेगी।

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