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प्रमाण पत्र वितरण संग उड़ान लोकनृत्य कार्यशाला सम्पन्न

लोक-संस्कृति की जानकारी से लोकनृत्य संरक्षित : सरिता सिंह 

लखनऊ। लोकनृत्य के क्षेत्र में अग्रणी सांस्कृतिक संस्था उड़ान के तत्वावधान में चल रही चार दिवसीय उड़ान लोकनृत्य कार्यशाला शुक्रवार को प्रमाण पत्र वितरण व रंगारंग लोकनृत्य संग संपन्न हुई। युवाओं एवं वयस्कों को लोक संस्कृति से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित चार दिवसीय कार्यशाला में युवतियों एवं वयस्क महिलाओं को लोक नृत्यांगना सरिता सिंह ने उत्तर प्रदेश के लोकनृत्य के विभिन्न रूपों ख्याल नृत्य, रास नृत्य, झूला नृत्य, देवी नृत्य, छपेली नृत्य और राई नृत्य की बारीकियों, उसके इतिहास और उसको करने के तौर-तरीकों को बताया और सिखाया। कार्यशाला में सभी आयु वर्ग की महिलाओं ने भाग लिया। 

सरिता सिंह ने कहा कि हमारी आज की पीढ़ी को अपनी लोक संस्कृति-लोक नृत्यों की जानकारी होना जरूरी है, इसी से इसका संरक्षण संभव है। हमारे अवध की भाषा बहुत ही मीठी है और यहां की लोक कलाएं भी बहुत ही मनमोहक और लुभावनी है।कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाली महिलाओं आभा श्रीवास्तव, गिरीश गौतम, पूजा गुप्ता कीर्ति सिंह, रीता यादव, सुनीता पटेल, भारती सिंह, मोना वर्मा, रचना उपाध्याय, सविता कनौजिया, निशा पाण्डेय और सीमा राय ने "सैयां मिले लरकइयाँ मैं का करूं" जैसे अन्य लोकगीतों पर मन मोहक नृत्य प्रस्तुत किया।

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