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टीकाकरण से वंचित बच्चों व बुजुर्गों की पहचान के लिए घर-घर दस्तक देगी टीम

कोविड के लक्षणयुक्त व्यक्तियों व टीकाकरण से वंचित बुजुर्गों की पहचान के लिए चलेगा अभियान 

नियमित टीकाकरण से वंचित दो साल तक के बच्चों की भी बनेगी लिस्ट 

घर-घर पहुंचेगी टीम, कोविड के प्रति भी करेगी जागरूक 

लखनऊ। कोविड के प्रति जनजागरूकता व संवेदीकरण के साथ ही कोविड के लक्षणयुक्त व्यक्तियों व टीकाकरण से वंचित बुजुर्गों की पहचान और सूची तैयार करने के लिए 24 से 29 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। नियमित टीकाकरण से वंचित दो साल तक के बच्चों की भी पहचान की जाएगी। इस संबंध में उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में एडीएम(पूर्वी) के.पी. सिंह और प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर.के. चौधरी की अध्यक्षता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई।

एडीएम(पूर्वी) ने बताया कि शासन से प्राप्त आवश्यक दिशा निर्देशों के अनुसार यह कार्ययोजना पल्स पोलियो अभियान की भांति आयोजित की जाएगी। इस कार्ययोजना में दो सदस्यों की टीम घर-घर भ्रमण करेगी। ग्रामीण क्षेत्रों की टीम में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जरूर रखा जाएगा। गृह भ्रमण के दौरान कोविड के विषय में संवेदीकरण के साथ ही कोविड के लक्षणयुक्त व्यक्तियों, नियमित टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के बच्चों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के कोविड टीके की पहली खुराक न प्राप्त करने वाले बुजुर्गों को चिन्हित कर सूचीबद्ध किया जाएगा।

कोविड के लक्षण वाले व्यक्तियों को टीम के द्वारा मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाएगी और “मेरा कोविड केंद्र” में सूचीबद्ध निकटवर्ती जांच केंद्र के विषय में जानकारी दी जाएगी। सर्वेक्षण टीम के द्वारा पल्स पोलियो अभियान की भांति प्रत्येक घर की दीवार पर घर संख्या और तारीख अंकित की जाएगी। टीम के द्वारा घर-घर जाकर प्रारूप के अनुसार सूचनाओं को एकत्र किया जाएगा। सर्वेक्षण के पूरा होने पर प्रत्येक घर पर जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार स्टीकर लगाया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान यदि टीम को किसी घर में सारी (सिवीयर एक्यूट रेस्परेटरी इन्फेक्शन) का रोगी मिलता है तो ऐसे रोगी की पल्स आक्सीमीटर से जांच कर तत्काल इसकी सूचना पर्यवेक्षक के माध्यम से संबंधित अधिकारी को दी जाएगी। संबंधित अधिकारी ऐसे रोगियों को प्रिजम्पटिव कोविड वार्ड में भर्ती कराएंगे। जिले में रेपिड रिस्पॉन्स टीम को तैयार रखा जाएगा, जिससे सूचना प्राप्त होते ही आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।

प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 24 से 29 जनवरी तक माइक्रोप्लान बनाकर उसके अनुसार यह अभियान आयोजित होगा। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, समेकित बाल विकास विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, सिविल डिफेंस, राष्ट्रीय कैडेट कोर, नगर निकाय, वन विभाग, राष्ट्रीय सेवा योजना, कृषि विभाग के साथ ही जिले के प्रमुख गैर सरकारी संगठन विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ़ के सहयोग से संचालित की जाएगी। उन्होंने कहा यह डोर –टू-डोर अभियान सभी के समन्वय से ही सफल हो पाएगा। डा. आर.के. चौधरी ने बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय अवकाश होने पर यह अभियान आयोजित नहीं होगा और 29 जनवरी को होने वाला नियमित टीकाकरण सत्र 31 जनवरी को आयोजित किया जाएगा।

इस बैठक में जिला सर्विलांस अधिकारी डा. मिलिंद वर्धन, अभियान के उप नोडल अधिकारी डा. संदीप सिंह, प्रभारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. के.डी. मिश्रा, शहरी एवं स्वास्थ्य के नोडल अधिकारी डा. ए.पी. सिंह उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रवि पांडे, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक विष्णु प्रताप, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक सुधीर वर्मा, सभी सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक सहित सभी विभागों, स्वयं सेवी संस्थाओं, विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ़ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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