Pages

यूपी महोत्सव : सूफी गीतों से बांधा समां, प्रात: 10 से रात 9 बजे तक दर्शकों को मिलेगा प्रवेश

लखनऊ। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में सेक्टर-"ओ" अलीगंज में स्थित पोस्टल ग्राउण्ड में चल रहे 14वें यूपी महोत्सव की तेरहवीं सांस्कृतिक सन्ध्या में तुषार के तबला वादन व सचिन के सूफी गीतों ने समां बांधा। बुधवार को तेरहवीं सांस्कृतिक सन्ध्या का उद्रघाटन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद डॉ. वेदपति मिश्रा (विशेष सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एवं निदेशक विज्ञान-प्रौद्योगिकी परिषद) ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, उपाध्यक्ष एनबी सिंह, प्रिया पाल और पवन पाल ने मुख्य अतिथि डॉ. वेदपति मिश्रा को पुष्पगुच्छ, अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। 

इस मौके पर विनोद कुमार सिंह ने महोत्सव मे आए दर्शको और दुकानदारों से अपील की कि वह कोरोना से डरे नही बल्कि सावधानी बरतें और उसका डटकर मुकाबला करें। अपने हाथों को सैनेटाइज करें और खुद मास्क लगाने के साथ ही दूसरों को भी मास्क लगाने के लिए जागरूक करें।

आयोजन समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह ने बताया कि महोत्सव में सरकार की गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है। 06 जनवरी से नाइट कर्फ्यू के समय में होने वाले बदलाव को ध्यान में रखते हुए महोत्सव के समय में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। उन्होंने बताया कि यूपी महोत्सव में कोविड प्रोटोकाल के तहत दर्शकों का प्रवेश प्रात: 10 से रात 9 बजे तक ही होगा। 

कोविड प्रोटोकाल के तहत आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में आयोजित यूपी महोत्सव की तेरहवीं सांस्कृतिक सन्ध्या का शुभारम्भ तबला वादक तुषार सहाय ने अपने स्वतंत्र एकल तबला वादन से किया। तुषार ने अपने तबला वादन के क्रम में तबले पर बनारस और पंजाब घराने के तबला वादन की मोहक छटा बिखरी। तुषार ने तबले पर ताल त्रि ताल में निबद्ध परन, कायदा, रेला, गत, फर्द, टुकड़े, चक्रदार आदि को बजाकर कलाप्रेमी श्रोता-दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया।

वहीं रिवाईवल दा पुनरुत्थान रॉक बैंड के रॉक सूफी गीत से समां बांधा। शुभम, शिवम पांडेय (कोरस), अभिन्न श्याम तिवारी (गिटार), वेद तिवारी (बीट बॉक्सर), दीपक शर्मा (ढोलक) की सार्थक संगति में सचिन मिश्रा ने जब मेरे सरकार आए हैं को पेश किया तो श्रोता झूम उठे। सचिन मिश्रा ने अपनी सुमधुर आवाज में ख्वाजा मेरे ख्वाजा, दमादम मस्त कलंदर, छाप तिलक, कहाँ राजा भोज जैसे अन्य सूफी रॉक गीतों को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में वाईब डांस एकेडमी के कलाकारों स्वाति चौधरी, नम्रता, शिवानी कनौजिया, नमिता सोनकर, हन्शिका जायसवाल, श्रेया और प्रीती वर्मा ने स्वतंत्र तिवारी की कोरियोग्राफ़ी में फिल्मी गीतों पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया।

दिल को जीत लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त अंजलि खन्ना और साथी कलाकारों ने लोकगीत की रस सरिता प्रवाहित की। जिसके क्रम में अंजलि और सीमा विरमानी ने सुमधुर आवाज में गणेश वंदना घर में पधारो गजानन जी से अपने कार्यक्रम की शुरुआत कर रात को सपने में देखा हमारे घर आए कहैया, जंगल में मंगल मनायो कि हरे भरे बिरवा लगयो और सोहर मिथिला मगन हुई आज सिया को जनम भयो को सुनाकर श्रोताओं का मन मोहा। इसके अलावा माधुरी सिंह व साथी कलाकारों ने भी लोकगीतों की उत्कृष्ट प्रस्तुति दी।

वहीं दिन में नवोदय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाद्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें महेश अष्ठाना, प्रकाश बरेलव के संचालन में नरेंद्र भूषण, भ्रमर बैसवारी, शीला मीरा वर्मा, शिखा गर्ग, सौरभ नायक, चन्द्र देव दीक्षित, दिनेश सोनी, विभा प्रकाश, प्रतिमा गुप्ता, कृपा शंकर सहित अन्य कविओं ने पंक्तियों को सुनाकर खूब वाहवाही लूटी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ