Pages

गोरखपुर शहर से योगी ने किया नामांकन, गृह मंत्री अमित शाह रहे मौजूद

गोरखपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य स्थित गोरखपुर (शहर) विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया.  <

गोरखपुर सीट से नामांकन से पहले मुख्यमंत्री ने शुक्रवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर के पहली मंजिल पर स्थित शक्ति मंदिर में पूजन के बाद भगवान शंकर का द्राभिषेक और हवन किया. उन्होंने कोरोना संकट के बीच जगत कल्याण और सुख-समृद्धि की कामना की. उसके बाद शिवावतारी गुरु गोरखनाथ का पूजन कर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाराज के दर्शन व पूजन के उपरांत नामांकन के प्रस्थान किया. 


सीएम योगी आदित्यनाथ के नामांकन के दौरान उनके साथ गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मौजूद थे.



एक बार भाजपा इतिहास दोहराने जा रही है. अमित शाह

सीएम योगी के नामांकन से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज योगी जी के नामांकन करने के साथ ही फिर से एक बार भाजपा यहां से 300 पार के संकल्प के साथ पूरे यूपी में आगे बढ़ रही है.उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में फिर से एक बार भाजपा इतिहास दोहराने जा रही है. 2014, 2017 और 2019 तीनों चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व में यूपी के विकास का रास्ता तैयार कर प्रचंड बहुमत दिया है. 


प्रस्तावकों के जरिये सामाजिक समरसता का संदेश

गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से बतौर भाजपा प्रत्याशी सीएम योगी ने नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर भी पीठ की सामाजिक समरसता के अभियान को आगे बढ़ाया। चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए जिन चार प्रस्थापकों (बोलचाल में प्रस्तावक) और एक इलेक्शन एजेंट का चयन किया गया, उसके माध्यम से समाज के हर वर्ग को सम्मान दिया गया। सामाजिक दृष्टिकोण से इसमें सामान्य वर्ग, ओबीसी, अनुसूचित को शामिल किया गया तो व्यावहारिक कार्यगत नजरिये से उद्यमी, शिक्षाविद, चिकित्सक, शिक्षक और धर्म-अध्यात्म से जुड़े लोग सहभागी बने हैं।


चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज गोरखपुर के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल, महात्मा गांधी इंटर व पीजी कॉलेज के प्रबंधक मंकेश्वर नाथ पांडेय, रैदास मन्दिर समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ मंगलेश श्रीवास्तव को सीएम योगी के तरफ से दाखिल अलग अलग सेट के नामांकन पत्र में प्रस्थापक या प्रस्तावक बनाया गया है। जबकि महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अरुण कुमार सिंह विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इलेक्शन एजेंट होंगे। ओबीसी से ताल्लुक रखने वाले डॉ सिंह की गिनती श्रेष्ठ शिक्षकों में होती है। उन्हें शैक्षिक अनुसाशन और प्रबंधन के लिए सराहा जाता है।

1994 में संन्यासी बन गए योगी 

पहली बार विधान सभा चुनाव लड़ रहे सीएम योगी आदित्यनाथ हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से BSC करने के बाद साल 1992 में गोरखपुर आए और महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली और साल 1994 में संन्यासी बन गए . इसके बाद योगी आदित्यनाथ साल 1998-2017 तक लगातार 5 बार गोरखपुर से सांसद रहे. बता दें कि गोरखपुर में 33 साल में कुल 8 विधानसभा चुनाव हुए जिसमें 7 बार BJP और 1 बार हिन्दू महासभा ने जीत दर्ज की. साल कांग्रेस 33 साल में एक बार भी इस सीट से नहीं जीती

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ