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लखनऊ मेट्रो : वॉकाथन संग किया पौधरोपण, दिया ये संदेश

• यूपीएमआरसी ने विश्व पर्यावरण दिवस 2022 पर क्लीन मेट्रो-ग्रीन मेट्रो की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई

• डिप्टी सीएम ने वॉकाथन को झंडी दिखाकर किया रवाना

• 'पर्यावरण संरक्षण' के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मेट्रो डिपो में पौधे लगाए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने विश्व पर्यावरण दिवस 2022 को ‘Only One Earth’ विषय के साथ मनाया। जिसमें प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस थीम के अंतर्गत वैश्विक स्तर पर धरती को संरक्षित एवं फिर से स्थापित करने के लिए सामूहिक परिवर्तनकारी कार्रवाई का आह्वान किया गया। एमडी कुमार केशव ने अन्य़ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ट्रांसपोर्ट नगर स्थिति मेट्रो डिपो में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पौधे लगाकर इस अवसर को मनाया।  
आज इस खास मौके पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए के.डी सिंह बाबू मेट्रो स्टेशन से हज़रतगंज मेट्रो स्टेशन तक वॉकाथन का आयोजन किया गया। ब्रजेश पाठक (डिप्टी सीएम, उत्तर प्रदेश) और कुमार केशव इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। डिप्टी सीएम ने वॉकथन को झंडी दिखाकर रवाना किया जिसमें लगभग 1000 प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इस अवसर पर बोलते हुए कुमार केशव ने कहा, “विश्व पर्यावरण दिवस हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पृथ्वी पर मौजूद हर जीवन का इससे गहरा नाता है। हम भी इस पर्यावरण दिवस पर संकल्प लेते हैं कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में सतत विकास एवं पर्यावरण संरक्षण को सबसे पहले तरजीह देंगे। यूपीएमआरसी ने यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और किफायती यात्रा का अनुभव प्रदान करने के साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कई पहल की हैं।
यूपीएमआरसी हर साल पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए वृक्षारोपण अभियान चलाता है। यूपीएमआरसी ने लखनऊ के लोगों को मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) के रूप में ग्रीन मोबीलिटी सल्यूशन प्रदान करके कार्बन उत्सर्जन के स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पृथ्वी पर बेहतर जीवन के लिए प्रयास करने और इसे रहने के लिए और भी बेहतर जगह बनाने के लिए यूपीएमआरसी पर्यावरण दिवस की इस वर्ष की थीम का समर्थन करता है। 

पर्यावरण संरक्षण के लिए यूपीएमआरसी द्वारा किए गए विभिन्न उपाय
यूपीएमआरसी की हरित पहल
• सौर ऊर्जा: यूपीएमआरसी ने अपने प्रशासनिक भवन परिसर में 1.28 मेगावाट क्षमता का एवं ट्रांसपोर्ट नगर डिपो में 1.1 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया है। इससे अब तक 30 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ है और इसके परिणामस्वरूप कार्बन फुट प्रिंट भी कम हुआ है। 
• ट्रेनों और लिफ्टों में रिजनरेटिव ऊर्जा: लखनऊ मेट्रो के रोलिंग स्टॉक में पुनर्योजी ब्रेकिंग तकनीक से 40% की दक्षता है। लखनऊ मेट्रो की लिफ्टें भी खपत की गई 37% ऊर्जा को पुन: उत्पन्न करती हैं।
• वर्षा जल संचयन: उत्तर-दक्षिण के 23 कि.मी लंबे खंड में 300 से अधिक वर्षा जल संचयन गड्ढे बनाए गए हैं जो 20 लाख लीटर पानी की बचत कर सकते है।
• जल कुशल फिक्सचर: यूपीएमआरसी ने लाखों लीटर पानी बचाने के लिए लखनऊ मेट्रो स्टेशनों पर कुशल फिक्सचर स्थापित किए हैं।
• अपशिष्ट जल उपचार: पानी की बर्बादी को कम करने के लिए विभिन्न मेट्रो स्टेशनों और मेट्रो डिपो में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं। बागवानी के उद्देश्य से खराब जल का रिसाइकिल किया जा रहा है। मेट्रो डिपो 'जीरो डिस्चार्ज फैसिलिटी' के तौर पर भी काम कर रहा है।
• उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के साथ ग्रीन मीडियन: वाहनों के प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए कॉरिडोर के साथ ग्रीन प्लांटेशन के साथ एक ग्रीन मीडियन विकसित किया गया है।

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