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आत्मनिर्भर की राह में अंजली ने हुनर से लिखी नई इबारत, स्वरोजगार के साथ स्वाद का चटखारा

मां ने ली थी कई साल पहले फ़ूड प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग

अब बच्चो ने शुरू कर दिया ट्रेडिशनल अचार की सिरीज़

लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा)। कोरोना काल में किसी की नौकरी चली गई तो किसी को आर्थिक संकट के चलते रोजगार को भी गंवाना पड़ा। वर्तमान में रोजगार का संकट है और काफी संख्या में शिक्षित बेरोजगार रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं। वहीं युवाओं व शिक्षित बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चला रही है, जिसका लाभ जरूरतमंदों को मिल रहा है। काफी संख्या में ऐसे हुनरमंद भी हैं जो आर्थिक अभाव के चलते स्वरोजगार शुरू करने में असमर्थ हैं। ऐसे लोगों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए सरकार पूरी मदद कर रही है वहीं काफी संख्या में ऐसे भी युवा हैं जो खुद आत्मनिर्भर बनने के साथ ही अपने घर की जिम्मेदारियों को समझते हुए अपने स्तर से न सिर्फ प्रयास कर रहे हैं बल्कि अपने माता पिता के हुनर को बढ़ा रहे हैं।
उन्हीं में हैं लखनऊ के महानगर इलाके की निवासी युवा सोशल एक्टिविस्ट अंजली पांडे और उनके सहयोगी बृजेंद्र बहादुर मौर्य। जो न सिर्फ जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं बल्कि लोगों के स्वाद का भी ख्याल रख रहे हैं। उनके प्रयास से लखनऊ के कई घरों में भारतीय पारंपरिक अचार लोगों के स्वाद को बढ़ा रहा है। यह अचार कोई और नहीं बल्कि पीएपीए यानी पापा अचार है। आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाते हुए पूर्वांक फूड्स की नीव अंजली पांडे और उनके सहयोगी बृजेंद्र ने अपने परिवार के सहयोग से रखी। पूर्वांक फूड्स के अंतर्गत पापा अचार नाम से कई प्रकार के भारतीय ट्रेडिशनल अचार का निर्माण होता है।यह अचार मैन्युफैक्चरिंग लोकेशन से सीधे ग्राहक के घर की थाली में जा रहे हैं।

फिर क्या था धीरे धीरे अंजली पांडे एवं बृजेंद्र बहादुर मौर्य ने शुरुआत की और सबसे पहले फूड लाइसेंस प्राप्त किया और इसके बाद जुलाई के पहले सप्ताह में हजरतगंज स्थित उर्दू मीडिया सेंटर में अचार की कई सीरीज लॉन्च कर दी। मौजूदा समय में पूर्वांक फूड्स के अंतर्गत पापा अचार में कई किस्म के स्वादिष्ट एवं पौष्टिक अचार हैं जो लखनऊ के कई घरों में शान से खाए जा रहे हैं।
पूर्वांक फूड्स की प्रोपराइटर अंजली पांडे बताती हैं कि उनकी माता सुमन पांडे ने कई वर्ष पहले सरकारी विभाग द्वारा फूड प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग ली थी। उनकी माताजी ने फूड प्रोसेसिंग का काम शुरू करने का सोचा लेकिन आर्थिक परिस्थितियों के कारण नहीं शुरू हो सका। यह बात जब अंजली पांडे के सहयोगी बृजेंद्र बहादुर मौर्य को पता चली तो उन्होंने एक वाक्य में अपनी बात कह दी और कहाकि आंटी आप शुरू करिए, मैं आर्थिक बाधा नहीं आने दूंगा।
वर्तमान समय में पूर्वांक फूड्स के अंतर्गत लहसुन का अचार, अदरक का अचार, आम का अचार, अंबार का अचार, आम करेले का अचार, करेले का अचार, नींबू मसाला अचार, नींबू हींग का अचार, खट्टा मीठा नींबू अचार, कटहल का अचार, नींबू मिर्ची मिक्स अचार, मिक्स वेज अचार, हरी मिर्च का अचार, कमल ककड़ी का अचार सहित कई वैराइटीज में अचार उपलब्ध हैं।
निर्माण प्रक्रिया के बारे में अंजली पांडे बताती हैं कि सर्वप्रथम स्थानीय मंडी से बेहतर से बेहतर क्वालिटी के रॉ मेटेरियल लिए जाते है, मैन्युफैक्चरिंग लोकेशन पर धुलाई और छंटाई के बाद उसकी कटिंग होती है। कटिंग होने के बाद फिर से धुलाई होती है। इस काम को अंजली पांडे के पिताजी ड्यूटी के बाद बचे हुए समय में अपनी निगरानी में खुद भी एवं अन्य के सहयोग से अंजाम देते है। इसके बाद आइटम के व्यवहार स्वरूप रॉ मेटेरियल को धूप में अथवा पंखे के नीचे सुखाया जाता है। इसके बाद मां सुमन पांडे उसमे स्टेप बाई स्टेप मसालों की मिक्सिंग इत्यादि करती है। 
पीएपीए यानी पापा अचार के प्रत्येक वैरायटी में अच्छी क्वालिटी के मसाले इस्तेमाल होते है। मसाले बाजार से खड़े खरीदे जाते है एवं उसकी साफ सफाई बिनाई के बाद घर पर ही पीसा जाता है। बाजार के पैकेट के मसाले इस्तेमाल नहीं होते है। जिससे अचार की गुणवत्ता में और इजाफा हो जाता है। अचारों की श्रृंखला में किसी भी तरह का कलर या केमिकल धुलाई का इस्तेमाल नहीं होता है। चूंकि पूर्वांक फूड्स की टैगलाइन ही मसालों से समझौता बिल्कुल नही है, तो इस बात का ख्याल भी सभी सदस्य रखते है।
बात अगर प्रोमोशन की करें तो अंजली पांडे ने प्रोमोशन के लिए सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं अचार खरीदने वाला लगभग हर व्यक्ति स्वयं ही आसपास टेस्ट से प्रभावित होकर अचार की तारीफ करता है। जिससे ग्राहक स्वयं भी इस काम में अपना सहयोग देता है।
अभी अचार की सिरीज़ लखनऊ में शुरू की गई है, लेकिन कुछ समय बाद ही ये पैन इंडिया में उपलब्ध होगा। लखनऊ के किसी भी हिस्से में पूर्वांक फूड्स के हेल्पलाइन नंबर 8299599829 पर संपर्क करके ऑर्डर दिया जा सकता है। अंजली पांडे बताती हैं कि हमारे पास इतना बजट नही है की अपने इस स्टार्टअप का प्रोमोशन किसी मध्यम से किया जा सके लेकिन हमारी ये कटिबद्धता है की ग्राहक को हम टेस्ट और स्वास्थ्य दोनो दे सकें।

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