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भारत व यूएई के बीच व्यापार बढ़ रहा है - नीरज सिंह

लखनऊ। फिक्की (यूपी चैप्टर) के चेयरमैन नीरज सिंह ने दुबई में इंडियन बिजनेस प्रमोशन काउंसिल में यंग लीडर फोरम के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया। उन्होंने कहाकि यूएई ने भारतीयों बहुसंख्यक का कितना ख़्याल रखा यह इस बात से समझ सकते है की यूएई के दुबई में नए भव्य हिंदू मंदिर को चार अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर भक्तों के लिए खोल दिया गया. इस मंदिर में हिंदू धर्म के 16 देवी-देवताओं की मूर्तियों की स्थापना की गई है. नीरज सिंह ने अपने संबोधन कहाकि यह भी गौर करने की बात है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्ष 2015 की यूएई यात्रा से पहले के 34 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने यूएई की यात्रा नहीं की थी. साल 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी यूएई की यात्रा पर गई थीं. उसके बाद अगस्त 2015 में नरेंद्र मोदी यूएई यात्रा पर गए और तब से अब तक वो खाड़ी मुस्लिम देश की यात्रा पर चार बार जा चुके हैं.

भारत अपने तेल और गैस के लिए मुख्य रूप से सऊदी, यूएई आदि देशों पर निर्भर है, भविष्य में भी संभावना है कि भारत और ये देश मिलकर इस क्षेत्र में बड़े निवेश पार्टनर बन सकते हैं, पिछले 15 सालों में देखे तो भारत में कुल कच्चा तेल खाड़ी देशों से 60 प्रतिशत आयात किया गया है। उन्होंने कहाकि सऊदी अरब और इराक के बाद यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है. वित्तीय वर्ष (2021-22) के दौरान भारत ने यूएई से अपने कुल इस्तेमाल का 10% कच्चा तेल आयात किया है. यूएई भारत के पेट्रोलियम रिजर्व प्रोग्राम में निवेश करने वाला पहला अंतरराष्ट्रीय पार्टनर भी है.
यूएई ने पिछले कुछ सालों में भारत में अपना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भी बढ़ाया है. अप्रैल 2000 से मार्च 2022 के दौरान यूएई ने भारत में 12.22 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया है. भारत और यूएई के बीच कच्चे तेल और गैस का बढ़ता व्यापार इस बात की तस्दीक करता है कि दोनों देशों के रिश्ते काफी बेहतर हो रहे हैं और भारत-यूएई के बीच व्यापार बढ़ रहा है. भारत और यूएई ने अपने व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत करने के लिए फरवरी में Comprehensive Economic Partnership Agreement (CEPA) पर भी हस्ताक्षर किया है. उक्त अवसर पर नीरज सिंह ने उत्तर प्रदेश में आगामी निवेशक शिखर सम्मेलन में व्यापारी नेताओं का स्वागत किया.

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