Pages

सोंच विचार कर करना चाहिये बच्चों का नामकरण - आचार्य गोविंद मिश्रा

लखनऊ। हमें अपने बच्चों का नाम बहुत ही सोंच विचार कर रखना चाहिये क्योंकि नाम की महिमा होती है और सर्वप्रथम भगवान श्रीराम का नामकरण किया गया। ‘‘सो सुखधाम राम अस नामा। अखिल लोकदायक विश्रामा।। विश्वनाथ मन्दिर के 31वें स्थापना दिवस के मौके पर श्रीरामलीला पार्क सेक्टर-"ए" सीतापुर रोड योजना कालोनी में चल रहे मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम कथा के चौथे दिन शनिवार को कथा व्यास आचार्य गोविंद मिश्रा ने नामकरण, अहिल्या उद्धार, नगर दर्शन का प्रसंग सुनाया। 

भगवान श्रीराम के नामकरण का प्रसंग सुनाते हुये उन्होंने बताया कि सभी को सुख देने वाले, सभी को भव से पार कराकर विश्राम देने वाले उनका नाम राम है। ‘‘विश्व भरण पोषण कर जोई। ताकर नाम भरत यश होई।। विश्व का भरण पोषण करने वाले का नाम भरत है। अहिल्या उद्दार का प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने गौतम ऋषि के श्राप से नारी से शिला बनी अहिल्या का उद्धार किया। पत्थर पर जैसे ही प्रभु श्रीराम ने पैर रखा तो श्रापित अहिल्या फिर से नारी रूप में प्रकट हुई। 

इस मौके पर महिला सत्संग मंडल की अध्यक्षा कमलेश दुबे ने मंत्रोच्चार के बीच उन आचार्यों को सम्मानित किया जिन्होंने बीते 31वर्षों में विश्वनाथ मंदिर के स्थापना दिवस पर होने वाली श्रीमद्भागवत व श्रीराम कथा का श्रवण भक्तों को कराया। सम्मानित होने वालों में धनेश मिश्रा, कृष्णदेव शुक्ला, योगेश शास्त्री, कु. लक्ष्मी प्रिया, प्रभाकर तिवारी, सुरेश पाण्डेय, वरूण श्याम पाण्डेय शामिल थे। वहीं शाम को रासलीला में कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का बखूबी मंचन किया। 

इस मौके पर भाजपा एमएलसी पवन सिंह चौहान, बंसल इंस्टीट्यूट के चेयरमैन गिरिजा शंकर अग्रवाल, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप अग्रवाल, उप्र आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता, ट्रांसगोमती अध्यक्ष प्रवीण मिश्रा, राधेश्याम, उमा पाण्डेय, मधुर श्याम पाण्डेय, दिनेश तिवारी सहित काफी संख्या में भक्त मौजूद रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ