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बाल निकुंज : ऋषि साहित्य से लाभांवित होगें 1100 छात्र-छात्रायें

बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल में 385वाँ युगऋषि ऋषि वाङ्मय की स्थापना

नैतिक शिक्षा जीवन का आधार है, ऋषि साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है - उमानंद शर्मा
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत गुरूवार को बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल पल्टन छावनी शाखा के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 385वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना की गई। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट गायत्री मंदिर इन्दिरा नगर के सक्रिय कार्यकर्ता हंस कुमार ने अपने पूर्वजों की स्मृति में और उमानंद शर्मा ने छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर विद्यालय के एमडी एचएन जायसवाल ने कहाकि थोड़ा पढ़े लेकिन जितना पढ़े समझ के पढ़े। एक एक वाक्य पढ़ने के साथ ही उसका भाव भी समझना जरूरी है।वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि नैतिक शिक्षा जीवन का आधार है, ऋषि साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है।
इस अवसर पर संस्थान के प्रबन्ध निदेशक एचएन जायसवाल, वरिष्ठ पत्रकार शम्भूशरण वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार ने भी विचार रखे एवं प्रधानाचार्या रश्मि शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर उमानंद शर्मा, हंस कुमार, वरिष्ठ पत्रकार शम्भू शरण वर्मा, संस्थान के प्रबन्ध निदेशक एचएन जायसवाल, प्रधानाचार्या रश्मि शुक्ला सहित छात्र-छात्रायें, संकाय सदस्य मौजूद थे। 

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