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AKTU : प्रयोगशालाओं को देख उत्साहित हुए महर्षि विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स

महर्षि विश्वविद्यालय के छात्रों का एक दल शिक्षकों संग पहुंचा एकेटीयू

लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में विश्वस्तरीय लैब हैं। जिनमें इंजीनियरिंग के छात्रों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है। इन लैब को देखने के लिए अक्सर दूसरे संस्थानों के छात्र आते रहते हैं। इसी क्रम में सोमवार को महर्षि विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीरियरिंग के छात्रों का एक दल विश्वविद्यालय स्थित सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज पहुंचा। यहां छात्रों ने इनोवेशन हब, उत्तर प्रदेश और एकेटीयू के इनक्यूबेशन सेंटर और एआईसीटीई-आइडिया लैब का दौरा किया। छात्रों को स्टार्टअप नीति के तहत स्टार्टअप्स को वित्तीय और गैर-वित्तीय प्रोत्साहन के बारे में भी जानकारी दी गई।
इस मौके पर एसो0 डीन इनोवेशन एंड इन्क्युबेशन डॉ. अनुज शर्मा ने छात्रों को प्रयोगशालाओं और उनके कार्यप्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आइडिया लैब इनोवेटर्स और आरएंडडी प्रदर्शन करने वाले स्टार्टअप्स और छात्रों के लिए एक बेहतरीन मंच होगा, यह स्थानीय उद्योगों और एसएमई के लिए भी उपलब्ध होगा। छात्रों को स्टार्टअप नीति के तहत स्टार्टअप्स को वित्तीय और गैर-वित्तीय प्रोत्साहन के बारे में भी जानकारी दी गई। डॉ. शर्मा ने स्टार्टअप इकोसिस्टम पहल के बारे में विस्तार से बताया, जो इनोवेशन हब फैकल्टी, स्टाफ, रिसर्च स्कॉलर्स, उत्तर प्रदेश के छात्रों और आसपास के स्टार्टअप्स के बीच इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए ले रहा है। उन्होंने छात्रों और फैकल्टी को विभिन्न सुविधाओं और समर्थन के बारे में बताया, जो एकेटीयू के इनोवेशन हब और इनक्यूबेशन सेंटर को कलाम सेंटर के रूप में जाना जाता है, जो सभी स्टार्टअप और छात्रों को प्रदान करता है। इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने छात्रों को उद्यमिता और नवाचार के लिए सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं सहायता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत को उद्योग और समाज के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए नए तकनीकी और इंजीनियरिंग उत्पादों के विकास और निर्माण के लिए रचनात्मक सोच वाले युवा स्नातकों की आवश्यकता है। छात्रों को सरकार की उम्मीदों के अनुरूप ढालने के लिए शिक्षण संस्थान धीरे-धीरे नवाचार के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और इस प्रकार राज्य के प्रत्येक जिले में ऊष्मायन केंद्र खुल रहे हैं। समन्वयक एआईसीटीई आइडिया लैब डॉ. राबेश सिंह ने छात्रों को प्रौद्योगिकी के हर क्षेत्र जैसे इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डेटा विश्लेषण, रोबोटिक्स और साइबर सुरक्षा आदि की जानकारी भी दी। साथ ही फैब्रिकेशन लैब का भी अवलोकन कराया। इस अवसर पर रितेश सक्सेना, वंदना शर्मा महर्षि विश्वविद्यालय की डॉ. श्वेता सिंह एवं पवन चौधरी भी उपस्थित रहे।

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